इनकाउंटर में मारा गया 9 गैंग के सरगना सुजीत बुढवा
http://www.shirazehind.com/2017/08/9_18.html
आज़मगढ़ । मऊ व आजमगढ़ में आतंक का पर्याय बने बदमाश एवं डी 9 गैंग के सरगना सुजीत बुढवा को पुलिस ने एक एनकाउंटर में मार गिराया है।
आज शाम पुलिस चेकिंग के दौरान सिपाही को गोली मारकर भाग रहे सुजीत को चौदह किलोमीटर दूर गजहड़ा में घेराबंदी कर ढेर कर दिया गया। इस मुठभेड़ में एक एसओ समेत तीन पुलिसकर्मी गोली लगने से घायल हो गए।
पिछले दिनों रामपुर जेल से मऊ में पेशी के लिए लाया गया सुजीत आजमगढ़ के अतरौलिया के बूढनपुर से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। तब से पुलिस लगातार इसकी तलाश कर रही थी।
शाम पांच बजे सभी थाना क्षेत्रों में चेकिंग चल रही थी। इस दौरान सिधारी पुल के पास पल्सर से आ रहे दो युवकों को पुलिस ने रुकने का इशारा किया। युवकों ने रोकने की बजाय अपनी बाइक की स्पीड तेज कर दी। बाइक की ओर लपके कोतवाली के सिपाही आनंद सिंह पर उनमें से एक बदमाश ने फायर कर दिया। फायर करने के बाद बदमाश मऊ की ओर भाग गए। आसपास के थानों को वायरलेस पर अलर्ट जारी कर दिया गया। मुबारकपुर के गजहड़ा में खाली पड़े कांशीराम आवास में बदमाश घुस गए। मुबारकपुर, सिधारी, कोतवाली पुलिस व स्वाट टीम ने घेराबंदी कर ली। अंदर से फायरिंग शुरू हो गई। तकरीबन 10 राउंड गोली चली। मुठभेड़ में एसओ मुबारकपुर अनूप कुमार शुक्ल, स्वाट टीम के सिपाही अवधेश को गोली लग गई।
आधे घंटे बाद फायरिंग बंद होने पर पुलिस ने घायल बदमाश की शिनाख्त सुजीत बुढवा के रूप में की। उसे सदर अस्पताल भेज दिया गया। सदर में उसे डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
एसपी अजय साहनी ने बताया कि डी 9 गैंग के सरगना धमेंद्र के मारे जाने के बाद से इसी ने अपने गैंग की कमान संभाल रखी थी। लगातार लूट, छिनैती, हत्या व रंगदारी की कई घटनाओं को अंजाम देकर यह पुलिस की नाक में दम किए हुए था। इसके मारे जाने के बाद से पुलिस ने राहत की सांस ली है।
आज शाम पुलिस चेकिंग के दौरान सिपाही को गोली मारकर भाग रहे सुजीत को चौदह किलोमीटर दूर गजहड़ा में घेराबंदी कर ढेर कर दिया गया। इस मुठभेड़ में एक एसओ समेत तीन पुलिसकर्मी गोली लगने से घायल हो गए।
पिछले दिनों रामपुर जेल से मऊ में पेशी के लिए लाया गया सुजीत आजमगढ़ के अतरौलिया के बूढनपुर से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। तब से पुलिस लगातार इसकी तलाश कर रही थी।
शाम पांच बजे सभी थाना क्षेत्रों में चेकिंग चल रही थी। इस दौरान सिधारी पुल के पास पल्सर से आ रहे दो युवकों को पुलिस ने रुकने का इशारा किया। युवकों ने रोकने की बजाय अपनी बाइक की स्पीड तेज कर दी। बाइक की ओर लपके कोतवाली के सिपाही आनंद सिंह पर उनमें से एक बदमाश ने फायर कर दिया। फायर करने के बाद बदमाश मऊ की ओर भाग गए। आसपास के थानों को वायरलेस पर अलर्ट जारी कर दिया गया। मुबारकपुर के गजहड़ा में खाली पड़े कांशीराम आवास में बदमाश घुस गए। मुबारकपुर, सिधारी, कोतवाली पुलिस व स्वाट टीम ने घेराबंदी कर ली। अंदर से फायरिंग शुरू हो गई। तकरीबन 10 राउंड गोली चली। मुठभेड़ में एसओ मुबारकपुर अनूप कुमार शुक्ल, स्वाट टीम के सिपाही अवधेश को गोली लग गई।
आधे घंटे बाद फायरिंग बंद होने पर पुलिस ने घायल बदमाश की शिनाख्त सुजीत बुढवा के रूप में की। उसे सदर अस्पताल भेज दिया गया। सदर में उसे डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
एसपी अजय साहनी ने बताया कि डी 9 गैंग के सरगना धमेंद्र के मारे जाने के बाद से इसी ने अपने गैंग की कमान संभाल रखी थी। लगातार लूट, छिनैती, हत्या व रंगदारी की कई घटनाओं को अंजाम देकर यह पुलिस की नाक में दम किए हुए था। इसके मारे जाने के बाद से पुलिस ने राहत की सांस ली है।