चार सदस्यीय डॉक्टरों की टीम ने किया भगवान जगन्नाथ का स्वास्थ्य परीक्षण
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जौनपुर। पौराणिक परंपरा के अनुसार एक पखवारे से अस्वस्थ चल रहे भगवान जगन्नाथ, ज्येष्ठ भ्राता बलभद्र व बहन सुभद्रा स्वस्थ हो गईं। शनिवार को चिकित्सकों के समूह ने प्रात:काल मंगला आरती के बाद प्रभु के विग्रह का स्वास्थ्य परीक्षण किया। इस कार्य में जनपद के प्रतिष्ठित चिकित्सक डा. रजनीश श्रीवास्तव, डा. अशोक अस्थाना, डा. विकास रस्तोगी व डा. अजीत कपूर शामिल रहे।
मान्यता है कि प्रभु जगन्नाथ अपने भाई व बहन के साथ ज्येष्ठ पूर्णिमा को अधिक गर्मी के कारण 108 घटे के जल से स्थान कर लिए थे। इसके कारण प्रभु शीत विकारक समस्याओं से ग्रसित होकर एकांतवास में आषाढ़ अमावस्या तक (15 दिनों के लिए) रहकर इस समस्या का निवारण कर लिए। इन 15 दिनों में प्रभु को भोग में तुलसी, गिलोय गुड़, काली मिर्च, अदरक, दालचीनी आदि औषधि से युक्त काढ़ा आरती के पश्चात दिया जाता था।