"पूर्वांचल सावन महोत्सव" में दिखेगा ग्रामीण महिलाओं का हुनर, मिलेगा रोजगार का अवसर
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक अनोखी पहल की है। विश्वविद्यालय ने पहले हुनरमंद महिलाओं को राखी, अचार मुरब्बा समेत अन्य समानो को बनाने की ट्रेनिंग दिलायी, अब महिलाओ द्वारा तैयार किये गये समानों को बेचने के लिए विश्वविद्यालय परिसर में सोमवार को बृहद "पूर्वांचल सावन महोत्सव" होगा। इस महोत्सव में महिलाएं अपने उत्पाद को बेचने के लिए स्टाल लगायेगीं। इस महोत्सव विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों के शिक्षक-शिकाएं व उनके परिवार के लोगो को आमंत्रित किया गया है।
पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 निर्मला एस मौर्या ने महिला अध्ययन केन्द्र के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को घर बैठे रोजगार दिलाने के लिए कार्य कर रही है। उन्होने इस केन्द्र की प्रभारी डा0 जान्हवी श्रीवास्तव को निर्देशित किया कि हुनरमंद महिलाओं को तलास करके उनके माध्यम से अन्य महिलाओं को राखी,अचार मुरब्बा व अन्य घरेलू उपयोगी समानों को ट्रेनिंग दिलाये उसके बाद महिलाओं द्वारा तैयार के समानो को बेचने के लिए विश्वविद्यालय परिसर में ही प्लेट फार्म दिया जाय। डा0 जान्हनीं ने रक्षा बंधन के त्यौहार को देखते हुए एक महीने पूर्व ही बदलापुर क्षेत्र में राखी बनाने वाली एक महिला का तलास करके उनके माध्यम से क्षेत्र की दर्जनों महिलाओं को राखी बनवाने की ट्रेनिंग दिलायी। ये महिलाएं राखी बनाने का हुनर सीखकर रंग विरंगी मनमोहक राखिया बनायी है। उधर कुछ महिलाओं ने अचार मुरब्बा , अगरबत्ती बनायी।
डा0 जान्हवी श्रीवास्तव ने बताया कि महिलाओं को उनके लागत और मेहनत का उचित मूल्य दिलाने के लिए सोमवार को विश्वविद्यालय परिसर में "पूर्वांचल सावन महोत्सव" का आयोजन किया गया है। इस महोत्सव में ये महिलाएं स्टाल लगाकर अपने उत्पाद को बेचेगी।
महोत्सव को चारचांद लगाने के लिए कचरी गीत होगा, झूला डाला जायेगा और सेल्फी प्वाइंट भी बनाया जायेगा।
बच्चो के मनोरंजन के लिए घोड़ा गाड़ी और बैलगाड़ी से पूरे विश्वविद्यालय का सैर कराया जायेगा।