दुनिया का हर इंसान इंसानियत के रिश्ते से एक दूसरे का भाई है। एस एम मासूम
जौनपुर : कर्बला के शहीदों की याद में आज रौज़े वाली मस्जिद चहारसू में शेख नूरुल हसन सोसाइटी की तरफ से अली मंज़र डेज़ी ने मजलिस का आयोजन किया जिसे इस्लामिक मामलों के जानकार ,इतिहासकार ज़ाकिर ए अहलेबैत एस एम मासूम ने खिताब किया।
उन्होंने कहा इस्लाम मे साफ शब्दों कहा गया है कि किसी भी धर्म को उनके महात्माओं को बुरा मत बोलो किसी के दिल को ठेस ना पहुंचाओ क्यों कि दुनिया का हर इंसान चाहे किसी धर्म का हो इंसानियत के रिश्ते से एक दूसरे का भाई है । आज के समय की आवश्यकता है कि मुसलमान इस्लाम के सही पैगाम को जाने और उस पे चले । मुहर्रम का चांद होते ही अज़ादारी करने वाले अपने अपने अपने वतन आया करते है क्यों कि उन्हें याद है कि हज़रत मुहम्मद ने कहा था वतन से मुहब्बत मुसलमान की पहचान होती है ।
इमाम हुसैन ने इसी इंसानियत को बचाने के लिए पूरे परिवार की क़ुर्बानी कर्बला ने दे दी और इसी कारण दुनिया भर में इमाम हुसैन को हर धर्म के लोग याद करते हैं।
एस एम मासूम ने यह भी बताया कि कोरोना को फैलने से रोकने के लिए हर सावधानी लेनी चाहिए क्योंकि यदि आपकी असावधानी के कारण किसी को कोरोना लग गया और उसकी मौत हो जाय तो उसके ज़िम्मेदार आप होंगे।
मजलिस के बाद लोगों ने इमाम हुसैन को नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित की और नौहाखान नईम हैदर और उनके साथियों ने नौहा और मातम किया।
मजलिस में कोविड गाइड लाइन का पालन करते हुए लोगों ने शिरकत की जिसमे असलम नक़वी, तहसीन अब्बास,ए, एम डेजी, शकील एडवोकेट,अहसन रिज़वी नजमी,खान इकबाल मधु, नईम हैदर, अली ऑन. वसीम हैदर जफर अब्बास डॉक्टर राहिल, सैफ, नासिर रजा गुड्डू, सैयद परवेज हसन
शेख़ मेराज,लोग मौजूद थे।