स्कूल का मुह न देखने वालों बच्चों में शिक्षा की रोशनी विखेरने के लिए सरकार ने चलाया यह अभियान
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जौनपुर। कभी स्कूल का मुह न देखने वाले 14 वर्ष के उम्र के बच्चों, स्कूल में नाम लिखाकर गायब होने वाले छात्रों और स्कूल से डेढ़ महीने से लापता रहने वालों स्टूडेंट को चिन्हित करके पुनः स्कूल लाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने नई पहल किया है। शासन ने "शारदा स्कूल हर दिन आए" कार्यक्रम के तहत इस शैक्षिण सत्र में आउट ऑॅफ स्कूल बच्चो के विशेष प्रशिक्षण के लिए ब्लाक स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स का तीन दिवसीय ट्रेनिंग जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में सम्पन्न हुआ।
आउट आफ स्कूल बच्चो की विस्तृत परिभाषा जिला समन्वयक सामुदायिक सहभागिता आशीष श्रीवास्तव द्वारा बताई गयी। उन्होने आउट आफ स्कूल बच्चो के तीन प्रकार बताए। इन बच्चो के चिन्हांकन नामांकन का कार्य दो चरणो मे होगा। पहला चरण अक्टूबर तक चलेगा। तथा दूसरा चरण 15 नवम्बर से प्रारम्भ होगा। इन बच्चो के ठहराव को सुनिश्चित करने एवं इनकी अधिगम क्षमता मे वृद्धिकरने हेतु विशेष प्रशिक्षण कराया गया ।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन डाइट के वरिष्ठ प्रवक्ता आर. एन यादव के द्वारा किया गया।प्राथमिक स्तर की ट्रेनर विजय लक्ष्मी यादव सिद्दिकपुर एवं महेंद्र कुमार रहे । दोनों ने तीन दिवस में प्राथमिक स्तर का विशेष प्रशिक्षण एवं गतिविधियों के माध्यम से संपन्न कराया। उच्च प्राथमिक स्तर का विशेष प्रशिक्षण डॉक्टर रणविजय सिंह एवं डॉ रवि कांत पांडे द्वारा गतिविधि शिक्षण सामग्री के द्वारा बेहद उपयुक्त ढंग से कराया गया। विशेष आभार SRG dr अखिलेश जी, कमलेश यादव जी अजय मौर्या जी का विशेष योगदान रहा। अंत में जिला समन्वयक सामुदायिक आशीष श्रीवास्तव द्वारा विशेष प्रशिक्षण का समापन कर सभी मास्टर ट्रेनर एवं ए आर पी का धन्यवाद करके किया गया। इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण में ए आर पी सुशील उपाध्याय, सत्येंद्र राणा, जे पी मौर्या ,संजय दुबे ,जगदीश यादव, सतीश मौर्य, श्री प्रकाश सिंह आदि उपस्थित रहे।