शिराज ए हिन्द डॉट काम की खबर से हजारो परिवारो को मिली राहत, दीपावली हुई रंगीन
जिले के प्राथमिक स्कूलो में छात्रो के लिए भोजन बनाने के लिए आठ हजार सात सौ 56 रसोईयो को तैनात किया गया है। इन्हे इसके एवज में 15 सौ रूपये प्रतिमाह मानदेय दिया जाता है। कोरोनाकाल की दूसरी लहर का असर इन कर्मचारियों पर सीधे पड़ा। अप्रैल माह से इनका मानदेय आना बंद हो गया। अक्टुबर तक एक पैसा न मिलने के कारण रसोईयों बनिए की दुकान से उधार पर राशन पानी लेकर बच्चो का पेट पालने को मजबूर हो गये। शिराज ए हिन्द डॉट काम ने यह खबर बीते 27 अक्टुबर को प्रमुखता से पोस्ट किया तो जिसका परिणाम रहा कि एक सप्ताह के भीतर शासन ने सभी रसोईयों के खाते अप्रैल, जुलाई और अगस्त माह का मानदेय भेज दिया।
ऐन दिवाली के मौके पर पैसा मिलने से रसोईयों के परिवारो में रौनक आ गयी। रसोईयां आशा देवी, सुमन और मुन्नी ने शिराज ए हिन्द डॉट को धन्यवाद देते हुए कहा कि पैसा न मिलने के कारण हम लोग कर्जदार हो गये थे, दशहरा और दुर्गापूजा फीका रहा लेकिन अब दीपावली पर्व हम लोग मना सकते है। लेकिन सरकार को हम लोगो का मानदेय बढ़ाकर पांच हजार रूपये कर दिया जाय तो हमारे भी अच्छे दिन आ सकते है।