एमएससी नहीं तो आंदोलन जारी रहेगा: डॉ योगेंद्र यादव
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जौनपुर। जय किसान आंदोलन के संरक्षक डॉ योगेंद्र यादव ने सिंधु बॉर्डर पर महत्वपूर्ण बैठक होने के कारण लाइव प्रसारण के जरिए किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि एमएससी नहीं तो आंदोलन जारी रहेगा। किसान देश की नींव है। उन्होंने कहा कि किसानों को पहली बार लिखित जवाब सरकार ने दिया है। संयुक्त किसान मोर्चा उस पर चर्चा कर रहा है।
उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन सबसे बड़ी ताकत उसकी एकता है ।किसान जब तक एकजुट रहेंगे। सरकारों को उनके सामने झुकना पड़ेगा ।उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार में किसानों का उत्पीड़न बढा है । एक वर्ष बाद सरकार ने किसानों को समझा और तीनों किसी कानून वापस लिया। लेकिन उनके खून पसीने की कमाई पर कीमत देने को से कतरा रही है। सरकार वार्ता करें और किसान आंदोलन में मारे गए किसानों को उचित मुआवजा दे।
किसान आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आविक शाहा ने कहा कि कानून वापसी के बाद अब हमें सजग रहना होगा। सरकार चुनाव के जैसे मौके पर फिर से कानून वापस लिया है, तो वह वोट की राजनीति करना चाहती है। जबकि किसान मेहनत की कमाई मांग कर रहा है। किसानों का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
किसानों की मांगें नहीं पूरी की जाएंगी तो संघर्ष लगातार जारी रहेगा। इस अवसर पर दीपक लांबा ,पुष्पेंद्र सिंह, अमित कुमार ,राजू यादव ,अर्चना श्रीवास्तव ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार चाहे तो बातचीत से सभी हल निकाले जा सकते हैं लेकिन सरकार किसानों की हित नहीं चाह रही है। सरकार को चाहिए किसानों के साथ अन्याय न करें।
किसान आंदोलन के जिलाध्यक्ष अश्वनी यादव ने राष्ट्रीय अध्यक्ष आविक साहा को हल भेंट कर सम्मानित किया और कहां की किसानों के खून पसीने की कमाई अदा करें।
इस अवसर पर लालचन्द्र यादव लाले, रामजनम, संजय कुमार, नीरज कुमार , साहबलाल, रितेश, संजय कुमार समर बहादुर, घनश्याम सिंह ,राजकुमार यादव, सभाजीत बिल्ला मौजूद रहे।