प्राईमरी स्कूल के टीचर और स्टूडेंट बना रहे है "बालसेना" नामक फिल्म, यूट्यूब पर मचाया धमाल
इस लघुनाटिका का मुख्य उद्देश्य अभिभावकों को जागरूक करना और ये बताना की सरकार द्वारा भेजे गए पैसे का क्रियान्वयन उसी मद में हो, जिसका वो अधिकारी है। यानी अभिभावकगण इस पैसे का प्रयोग केवल बच्चों के लिए जूता, मोजा, स्वेटर, पैंट/स्कर्ट, शर्ट खरीदने में ही करें, अन्यत्र बिलकुल न करें ।
नाटिका के मनोरंजन के साथ ज्ञानवर्धक होने के कारण उसे पूरे प्रदेश का प्यार और सराहना मिल रहा है। यूट्यूब पर यह फ़िल्म धूम मचा रही है। DBT एक पहल में पटकथा लेखकज़ प्रेमचन्द्र तिवारी (प्रा. वि. भुआकला) ने बताया कि ये मात्र एक कड़ी है पूरे फ़िल्म की जिसका नाम है "बालसेना" जो समाज में व्याप्त समस्याओं से छात्रों के लड़ने का जज़्बा दिखाती है। पिता का किरदार व निर्देशन सहायक अध्यापक शिवम सिंह (प्रा. वि. लखेसर), माँ का किरदार सहायक अध्यापिका सौम्या सिंह (प्रा. वि. सोईथा), बच्ची किरण का किरदार किरन यादव (छात्रा प्रा. वि. सोइथा) अभिभावक : विष्णु पांडेय (प्रा.वि. खपरहाँ) ठेके पर दोस्त की भूमिका में थे अध्यापक विनोद सिंह (प्रा. वि. खपरहाँ) एवं अध्यापक राजेश मिश्र (प्रा. वि. मुकुंदीपुर)। जिला समन्वयक समुदाय आशीष श्रीवास्तव जी ने ऐसे कार्यों को जन जागरूकता के लिए जरूरी कड़ी बताया और आगे भी ऐसे प्रयासों को लिए आशीष प्रदान किये।
यह टीम इससे पूर्व अभिभावकों के मार्गदर्शन में "हमार बिटिया हमार मान "नामक फ़िल्म बन चुकी है।