ग्रामीणों ने दो घंटे गुरिल्ला युद्ध करके दबोचा दो मवेशी चोरों को , चोरो ने ग्रामीणों पर गोलियां भी दागी
आधी रात के बाद करीब सवा दो बजे बाईपास पर दो पिकअप व दो बोलेरो वाहन से लगभग 15 की संख्या में मवेशी चोर धमक पड़े। सड़क से सौ मीटर की दूर राजदेव राजभर के दरवाजे पर बंधे दो भैंस खूंटा से पिकअप में खोलकर लादने जा रहे थे। संयोग से लघुशंका महसूस होने पर उसी समय राजदेव राजभर के छोटे पुत्र सोनू की नींद खुल गई। घर से बाहर निकले सोनू ने भैंसों को गायब देखा। उसकी नजर भैंस ले जा रहे मवेशी चोरों पर पड़ गई। सोनू ललकारते हुए उनकी तरफ लपका। मवेशी तस्कर उस पर पथराव करने लगे। सोनू शोर मचाते हुए गांव की तरफ भागा। गांव के दर्जनों साहसी युवक मौके पर पहुंच गए। खुद को घिरता देख मवेशी चोर गोलियां चलाने लगे। दिलेरी दिखाते हुए युवकों ने हाईवे पर चारों तरफ से उनके वाहनों को घेर लिया। करीब दो घंटे चले गुरिल्ला युद्ध में मवेशी चोरों का हौसला टूट गया। तीन वाहनों से अन्य मवेशी चोर भागे, कितु एक वाहन की युवाओं ने स्टेयरिग घुमा दी। नतीजतन वाहन बेकाबू होकर सड़क किनारे खड्ड में पलट गया। उस पर लदे छह मवेशियों में से दो की दबने से मौत हो गई। उसमें सवार दो आरोपितों को दबोच लिया और जमकर पिटाई कर दी। भोर में चार बजे ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। थाना प्रभारी निरीक्षक योगेंद्र सिंह मय फोर्स पहुंच गए और दोनों को थाने ले गए।