धनंजय सिंह की पत्नी बोली: मेरे पति को चुनाव से पहले बदनाम करने का किया गया प्रयास, जानिए क्या है पूरा मामला
श्रीकला धनंजय सिंह ने इसे विरोधियों की साजिश करार दिया है। उन्होने साफ कहा कि जब उनके ऊपर यह आरोप लगा तो धनंजय सिंह खुद कोर्ट हाजिर हो गये थे एक माह जेल में रहने के बाद जमानत पर रिहा हुए है।
चार जनवरी 2021 को लखनऊ विभूतिखंड में कठौता चौराहे के पास पूर्व जेष्ठ ब्लाक प्रमुख अजीत सिह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हमलावरों ने अजीत को 22 गोलियां मारी थीं। हत्याकांड में एक लाख के इनामिया गिरधारी उर्फ डाक्ठर का नाम सामने आया था। लखनऊ पुलिस से पहले गिरधारी को दिल्ली पुलिस ने नाटकीय ढंग से गिरफ्तार कर लिया था। लखनऊ पुलिस गिरधारी को रिमांड पर लेकर आई थी। विभूतिखंड पुलिस गिरधारी को असलहा बरामद करने के लिए लेकर जा रही थी, इसी दौरान उसने भागने की कोशिश की और मुठभेड़ में मारा गया था। छानबीन में पता चला था कि एक अन्य शूटर को पूर्व सांसद धनंजय ने शरण दी थी और उसका इलाज भी कराया था। इसके बाद हत्याकांड की साजिश रचने में धनंजय का नाम उजागर हुआ था और मुकदमे में नाम बढ़ाया गया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस धनंजय सिंह की सरगर्मी से तलाश शुरू किया , लेकिन तमाम प्रयासों के बाद भी पूर्व सांसद को गिरफ्तार नहीं कर पायी तो उनके ऊपर 25 हजार रूपये का इनाम घोषित कर दिया।
पुलिस के बढ़ते दबाव को देखते हुए धनंजय सिंह ने खुटहन थाने में 2017 में दर्ज पुराने एमपी एमएलए स्पेशल कोर्ट प्रयागराज में 5 मार्च 2021 को बेल बांड कैंसल कराकर धनंजय सिंह नैनी सेंट्रल जेल चले गए । बीते 11 मार्च को नैनी जेल में सुरक्षा का खतरा होन पर पूर्व सांसद को फतेहगढ़ जेल शिफ्ट किया गया था। 31 मार्च को कोर्ट ने उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया , उसके बाद से धनन्जय सिंह जेल से बाहर है। उधर मुकदमे की पुलिस तफ्तीश कर रही है। धनंजय सिंह लगातार सार्वजनिक कार्यक्रमों में शिरकत कर रहे है इसी बीच हुए पंचायत में अपनी पत्नी श्रीकला धनंजय सिंह को जिला पंचायत अध्यक्ष बनवाया। जिसे लेकर उनके विरोधी सरकार पर सवालियां निशान लगाते रहते है।
बीते 3 जनवरी को पूर्व सांसद ने मछलीशहर ब्लाक के करियाँ गांव में केपीएल 2022 क्रिकेट टूर्नामेंट का क्रिकेट खेलकर उद्घाटन किया था। इस कार्यक्रम का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हुआ उसके बाद कुछ न्यूज़ चैनल्स की सुर्खियां बन गया।
उधर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इसी वीडियो को ट्वीट करके यूपी सरकार को घेरने का प्रयास किया है। इस मामले पर धनंजय सिंह की पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष श्री कला धनंजय सिंह का कहना है कि यह विरोधियों की साजिश है. 2022 के चुनाव से पहले धनंजय सिंह पर इस तरह के आरोप लग रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये आरोप राजनीति से प्रेरित है. इतने बड़े नेता को छोटे मामले में बिना जानकारी के ट्वीट नहीं करना चाहिए. उन्होंने बताया वो 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।