बीजेपी नेता उषा मौर्या ने की पलटवार , बोली गिरोह बनाकर जमीनों पर कब्ज़ा करता है यह कुनबा
मालूम हो कि बीते 29 जनवरी को सीजेएम कोर्ट ने उषा मौर्या समेत पांच लोगो के खिलाफ कई गम्भीर धाराओ में मुकदमा दर्ज करके जांच करने का आदेश दिया है।
गुरूवार को उषा मौर्या ने अपने कार्यालय पर एक प्रेसवार्ता करके अपनी सफाई पेश की। उन्होने कहा कि यह जो आरोप मेरे ऊपर लगाया गया है सरासर निराधार है। दिलीप कुमार प्रजापति,प्रदीप कुमार प्रजापति संदीप कुमार प्रजापति पुत्र भुलाई राम ने सीजेएम कोर्ट को गुमराह करके राजस्व परिषद का 25 दिसम्बर 2016 को मेरे पक्ष में पारित आदेश का निर्छला देवी के पक्ष में पारित होना बताकर फर्जीवाड़ा करने का एक मुकदमा 156/3 के अर्तगत पारित करवाकर मेरे खिलाफ दुष्प्रचार किया है।
उषा ने कहा कि दिलीप व उसके परिवार के लोग चौकियां रोड पर स्थित फायर ब्रिगेड के पास स्थित तलाब और भीटे की जमीन को लकी यादव के पत्नी के नाम बैनामा कराकर उस जमीन पर प्लाटिंग करा रहा है। दूसरा पुलिस क्लब की जमीन का फर्जी दस्तावेज बनवाकर कब्जा कर रहा था लेकिन तत्कालीन एसपी बबलू कुमार ने दीवानी न्यायालय से स्टे आदेश पारित कराया।इस जमीन में दिलीप प्रजापति हिस्सेदार है।
उसके बाद उसने 11 फरवरी 2013 को मेरी जमीन का फर्जी खतौनी बनवाकर अपने नाम दर्ज करा लिया। 19 जुलाई 2017 को एण्टी भू-माफिया के तहत जिला प्रशासन ने कार्यवाही करते हुए मुझे मेरी जमीन वापस दिलायी।
श्रीमती मौर्या ने कहा कि भुलई राम और उसके पुत्र पहले से ज्यादा मनमढ़ हो गये है। उनके ऊपर आज के समय में दर्जनों अपरधिक एवं जमीन सम्बधित मुकदमें दर्ज है तथा इसके पूरे परिवार के नाम से कई करोड़ों की जमीन खरीदी जा रही है। ये भू-माफिया जमीन के अलावा छिनौती , डकैती,फिरौती और फर्जी वीडियों,फेसबुक आईडी बनाकर ब्लैक मेल करने समेत अन्य कई संगीन अपराधों में लिप्त है। जिसके बदलौत अकुत सम्पत्ति अर्जित किया है।