हिजाब मामला : टीडीपीजी कालेज के प्राचार्य ने दिया छात्रों को यह संदेश, आप भी सुनिए उनके जुबानी
जौनपुर। टीडीपीजी कालेज में एक छात्र द्वारा हिजाब पहनकर आने पर शिक्ष द्वारा आपत्ति करने के मामले में आज प्राचार्य प्रोफेसर आलोक सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मुझे इस मामले में कोई जानकारी नही है न ही किसी ने इसकी लिखित शिकायत की है। उन्होने यह भी स्पष्ट कर दिया कि यदि कोई छात्र अपने धर्म के अनुसार कपड़े पहनकर आता है तो मुझे कोई आपत्ति नही है।
प्रोफेसर श्री सिंह ने कहा कि भारतीय संविधान के अतंर्गत हमारा स्थापित महाविद्यायल है यहां पर जाति,क्षेत्र और मजहब में कोई भेदभाव नही है। सभी छात्र-छात्राएं एक समान है। बच्चे अपने संस्कृति धर्म के रूप में कार्य करे लेकिन कालेज की गरिमा और अनुशासन रूप में कार्य करें । उन्होने बताया कि आज छात्रा के पिता मुझसे मिलकर अपनी बात बतायी है। इस पर बातचीत चल रही है। प्राचार्य ने कहा कि कालेज ने डेªस कोड जारी किया है कालेज प्रशासन चाहता है कि सभी छात्र-छात्राएं डेªस पहनकर ही आये जिससे छात्रों की हुजुम में कोई अराजकतत्व कालेज में प्रवेश न कर पाये। उन्होने यह भी स्पष्ट कर दिया कि यदि कोई छात्र अपने धर्म के अनुसार कपड़े पहनकर आता है तो मुझे कोई आपत्ति नही है।
सवाल तो सवाल ही रह गया,जान ड्रेस कोड है कालेज के तो फिर साफ बोलिये की कालेज कैम्पस में हिजाब नहीं चलेगा, बोलिये ना । सब के सब साला सेकुलर है हिन्दू या हिंदुस्तानी कहने में शर्म आती है।शर्म है तो स्तीफा देदो इस पद के लायक हो कि नही? आईने के सामने बैठ कर खुद से पूछना चाहिए।
जवाब देंहटाएंआप के प्रतिष्ठित विद्यालय को लेकर मेरे मन में बहुत पुरानी एक अवधारणा थी कि यहां पर जाति धर्म और पहनावे के नाम को लेकर पक्षपात किया जाता है लेकिन आप द्वारा जो निष्पक्ष बात कही गई इससे मेरी पूर्वधारणा समाप्त हो गई इसके लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद
जवाब देंहटाएंस ही है
जवाब देंहटाएंबजरंग बली के भक्त लंगोट पहने कर आएगा तो क्या करोगे
जवाब देंहटाएंGood justification
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