गृह विज्ञान की आन्तरिक परीक्षकों ने मूल्यांकन का किया बहिष्कार
मूल्यांकन जिम्मेदारों के ऊपर भेदभाव का आरोप लगाते हुए मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार कर दिया और नारेबाजी प्रदर्शन करने लगी। मूल्यांकन कार्य में उनका कहना था कि बाह्य परीक्षकों और चहेतों को अधिक कापियां देकर मूल्यांकन कार्य कराया जा रहा है जबकि आंतरिक परीक्षकों को 75 फीसदी मूल्यांकन करने का अधिकार है जबकि बाह्य परीक्षको को 25 फीसदी का अधिकार है। कुल 1 लाख 40 हजार उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन होना है। परीक्षकों ने कहा कि प्रैक्टिकल में भी चहेतों को सुविधा पहुंचाई जा रही है और आंतरिक परीक्षको को प्रैक्टिकल में कम मौका दिया जा रहा है। हालांकि इस दौरान मूल्यांकन समन्वयक समझा-बुझाकर मामला शांत करें और उन्हें आश्वासन दिया कि बाह्य परीक्षक को मूल्यांकन से रोक दिया गया। इस बारे में परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह ने कहा कि मूल्यांकन कार्य समय से निपटाने के लिए बाह्य परीक्षको को मौका दिया गया। आंतरिक परीक्षकों की संख्या में कमी थी। फिर हाल बहिष्कार करने वाले परीक्षकों की मांग को कल कुलपति के सामने बात रखी जाएगी।