बरसात व जाड़े में रेट बढ़ने पर भी 350.00 रूपया ही लेगें रामघाट के लकड़ी के दूकानदार
मौके पर मौजूद लगभग सभी व्यक्तियों से पूछ-ताछ की गयी, उनके द्वारा यह बताया गया कि उनसे कोई अधिक वसूली नहीं की गयी है, हाँ कुछ लोगों ने मुखाग्नि के बदले अपनी स्वेच्छा से डोम राज को अधिक पैसा देने की बात कही, लेकिन कोई जबरदस्ती वसूली से इन्कार किया। इस दौरान मुखाग्नि देने वाले परिवारों/व्यक्तियों से बात की गयी, उन्होंने अपनी समस्या बताया कि उनके परिवार का नम्बर बहुत-बहुत दिनों बाद आता है, इसलिये मुखाग्नि का रेट थोड़ा बढ़ा दिया जाये। उन्हें सबकी संख्या व नम्बर आने की अवधि लिखित रूप से चौकी की इन्चार्ज को देने की बात की गयी और आश्वासन दिया गया कि उसे देखकर मुखाग्नि के दर पर विचार किया जायेगा। लकड़ी वालो को स्पष्ट किया गया कि बरसात व जाड़े में रेट बढ़ने पर भी 350.00 रूपया ही लेगें। क्योंकि काफी समय लकड़ी की दर इससे कम भी रहती है।
मौके पर आज से पंजीकरण प्रारम्भ करा दिया गया। पंजीकरण शुल्क से जो आय होगी उससे घाट की साफ-सफाई एवं पंजीकरण करने वालों का वेतन दिया जायेगा।