तदर्थ शिक्षकों का वेतन रोका जाना अन्यायपूर्ण है : रमेश सिंह
इस सम्बन्ध में प्रदेश अध्यक्ष रमेश सिंह ने अवगत कराया कि शासन स्तर से बिना किसी लिखित आदेश के, वर्ष 2000 के पश्चात नियुक्त तदर्थ शिक्षकों का वेतन रोका जाना अन्यायपूर्ण है और संगठन इसकी निन्दा करता है। इस सम्बन्ध में रमेश सिंह प्रदेश के सभी जनपदों के जि0वि0 निरीक्षकों को पत्र लिखकर तदर्थ शिक्षकों का वेतन अवमुक्त करने की मांग की थी, जिसके क्रम में कई जनपदों में वेतन भुगतान भी हुआ है लेकिन जौनपुर में अभी तक नहीं हुआ है। इसके अतिरिक्त एन0 पी0एस0 से आच्छादित शिक्षकों और कर्मचारियों की कटौती और राज्यांश अद्यतन उनके खाते में अंतरित नहीं हो सका है ,जबकि संगठन लगातार इसकी मांग कर रहा है।
इसी तरह शिक्षकों को प्रोन्नत वेतनमान स्वीकृत करने के लिए बैठक मई माह में ही सम्पन्न हो चुकी है लेकिन सम्बन्धित पत्रावलियों का निस्तारण अभी तक जि0वि0निरीक्षक कार्यालय द्वारा नहीं किया गया है। संगठन द्वारा ज्ञापन के माध्यम से कार्यालयी संस्कृति में सुधार लाते हुए अविलम्ब इन समस्याओं के समाधान का आग्रह किया गया है। यदि एक सप्ताह के भीतर इस सम्बन्ध में कोई सार्थक पहल जि0वि0 निरीक्षक कार्यालय द्वारा नहीं हुई तो संगठन आन्दोलन और कार्यालय में तालाबन्दी करने से भी पीछे नहीं हटेगा। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष तेरस यादव,ठाकुर प्रसाद तिवारी, दिलीप सिंह, अतुल कुमार सिंह ‘मुन्ना’, गजाधर राय मुख्य रुप से उपस्थित रहे।