युवाओं को मंगल पांडे से सीख लेने की जरूरत
कार्यक्रम की मुख्य संयोजिका डॉ.माया सिंह ने कहा कि मंगल पांडे राष्ट्र की स्वतंत्रता के लिए अपनी जान की आहुति दे दी और देश को स्वतंत्र कराने में युवाओं के एक प्रेरणा स्रोत बने, आज के युवा को मंगल पांडे के जीवन वृत्त से सीख लेने की जरूरत है। कार्यक्रम में बोलते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ.हरिओम त्रिपाठी ने कहा कि मंगल पांडे अंग्रेजी हुकूमत में भारत माता के जकड़े हुए विचारों से बहुत आहत थे, और उन विचारों को मुक्त कराने के लिए एक दिशा देने का कार्य किया था।
उसके लिए उन्हें अपनी जान की भी बाजी लगानी पड़ी, मंगल पांडे एक ऐसे स्वतंत्रता क्रांतिकारी थे जिन्होंने स्वतंत्रता की क्रांति को एक तीव्र लव प्रदान की जो पूरे भारत के कोने कोने तक युवाओं का प्रेरणा स्रोत बन गई, कार्यक्रम में बोलते हुए मनोविज्ञान विभाग के सहायक आचार्य डॉ.राजेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि मंगल पांडे एक महान स्वतंत्रता नायक थे जिन्हें हम भारत माता के सच्चे सपूत के रूप में हमेशा याद करते रहेंगे।कार्यक्रम में मनोविज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉक्टर नरेंद्र राय, डॉ.शुभ्रा सिंह, डॉ. प्रियंका सिंह, डॉ. कुवर शेखर गुप्ता एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।