राष्ट्रीय लोक अदालत में 38 हजार से अधिक मामलें हुए निस्तारित
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जौनपुर। उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती वाणी रंजन अग्रवाल के मार्गदर्शन एवं कुशल निर्देशन में जनपद न्यायालय परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का भव्य आयोजन किया गया।
जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा मॉं सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर लोक अदालत का शुभारम्भ किया गया। इस अवसर पर परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश तथा अन्य अपर प्रधान न्यायाधीशगण, अपर जनपद न्यायाधीशगण, अध्यक्ष, स्थायी लोक अदालत तथा सचिव पूर्णकालिक, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं अन्य समस्त न्यायिक अधिकारीगण उपस्थित रहे।
आज राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न न्यायालयों में लम्बित 4180 एवं राजस्व न्यायालयों तथा प्रशासन के अन्य विभागों के 34805 सहित कुल 38985 मामलों का निस्तारित हुए तथा समझौता राशि कुल 416422152 रुपये की हुई।
पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण भूदेव सिंह गौतम द्वारा कुल 93 मुकदमें लगाये गये जिनमें 86 वाद निस्तारित किये गये, जिस पर कुल 37254401 रुपये की धनराशि क्षतिपूर्ति याचीगण को दिलायी गयी।
पारिवारिक न्यायालयो द्वारा 108 मुकदमों को निस्तारित किया गया जिसमें सायला को मु0 9431000 की समझौता राशि प्रदान करायी गयी। अपर प्रधान न्यायाधीश तृतीय द्वारा दो जोड़ों की विदाई करायी गयी।
न्यायालय विशेष न्यायाधीश ई0सी0एक्ट द्वारा विद्युत से सम्बन्धित कुल 23 वाद निस्तारित किये गये।
विभिन्न मजिस्टेªट न्यायालयों द्वारा 3766 शमनीय फौजदारी वादों को निस्तारित किया गया जिनमें 759850 का अर्थदण्ड अधिरोपित किया गया। एन0 आई0 एक्ट के 12 मामलें तथा अन्य प्रकार के 2 मामलों सहित कुल 4123 वादों का निस्तारण किया गया।
सिविल न्यायालय द्वारा कुल 126 मामलों का निस्तारण किया गया जिसमें 22 उत्तराधिकार के मामलों में मु0 309066776 रूपये का प्रमाण पत्र निर्गत किया गया।
प्री-लिटिगेशन स्तर पर स्थायी लोक अदालत के 2 मामलें व जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों एवं पुलिस विभाग द्वारा भी मामलों का निस्तारण कराया गया, जिसमें राजस्व न्यायालयों फौजदारी के 4350 वादों, राजस्व के 2642 वाद, उपभोक्ता फोरम के 8 मामलों सहित अन्य प्रकार के 26622 एवं नगर पालिका द्वारा जलकर से सम्बन्धित 25 वादों, विद्युत बिल से सम्बन्धित 13 वादों सहित कुल 34805 मामलों का निस्तारण किया गया।
प्री-लिटिगेशन स्तर पर वैवाहिक विवादों के निस्तारण हेतु प्राप्त 02 प्रार्थना पत्रों का सम्बन्धित पीठों द्वारा समाधान कराया गया।
बैंक रिकवरी से सम्बन्धित 1149 प्री-लिटिगेशन वाद निस्तारित किये गये तथा बैंक सम्बन्धित ऋण मु0 58687858 रुपये का समझौता किया गया।
इस प्रकार राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 38928 मामलों का निस्तारण किया गया जिसमें कुल 41,65,02,140 रुपये की धनराशि पर समझौता किया गया।