हुजूर की आमद मरहबा पूरी दुनिया के लिए रहमत बनकर आए प्यारे नबी (स. अ. व.)
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जौनपुर। माहे रबीउल अव्वल का चांद के बाद से ही पूरे शहर में जश्ने ईद मिलादुन्नबी की तैयारियां हुईं मुकम्मल पूरे शहर को दुल्हन की तरह सजाया व संवारा जा रहा है । 10 अक्टूबर को ईद मिलादुन्नबी पूरे अकीदत व शानो शौकत के साथ मनाया जाएगा । । इसी क्रम में सेंट्रल सीरत कमेटी के तत्वावधान में कोतवाली चौराहा स्थित मरकजी सीरत कमेटी के कैंप कार्यालय पर शनिवार को को सुबह 7 बजे से मिलाद शरीफ़ व नाते नबी जलसा सीरतुन्नबी का आयोजन हुआ। मिलाद के दसवें दिन जलसे की शुरुआत तिलावते कलाम ए पाक से कारी जिया जौनपुरी पेश इमाम शेर मस्जिद शाही पुल ने किया। जिसमें उलमा ए इकराम ने दिल ईमान अफरोज तकरीर किया। नातिया शायरों ने नाते नबी का कलाम पेश किया और सरवरे कायनात पर दुरुद व सलाम भेजा गया । मिलाद की महफिल को खिताब करते हुए मौलाना कयामुद्दीन ने कहा कि हमारे नबी किसी एक कौम के लिए नहीं आए । आप को सारी इंसानियत के लिए भेजा गया। हम सभी उनके बताए हुए तरीकों पर चलते हुए पांच वक्त की नमाज कसरत से पढ़ने की मौलाना ने सलाह दी। पूरी दुनिया में जाहिलियत् का दौर था आका के आने के बाद गुमराही का अंधेरा छटा दीन की रोशनी सारे जहां में फैली और बुराइयों का खात्मा हुआ। मौलाना नसीम रजा जौनपुरी. व हसीन मीरमस्ती अहमद रजा. हामिद रजा. ने नाते नबी गुनगुना कर पूरी महफिल में नारे तकबीर अल्लाह हू अकबर की सदाएं गूंजने लगी इस मौके पर सेंट्रल सीरत कमेटी के सदर जावेद अजीम, संरक्षक असलम शेर खान, मरकजी सीरत कमेटी के, नायब मुमताज.अमजद. गुड्डू आदि लोग उपस्थित रहे अंत में आए हुए लोगों में तबर्रुक वितरित किया गया । सेंटर सीरत कमेटी के सदर जावेद अजीम ने एक रबी उल अव्वल से लेकर 12 रबी उल अव्वल तक मिलाद शरीफ में शिरकत करने वाले लोगों का तहे दिल से शुक्रिया अदा किया।