इस युवक ने 18 लाख का पैकेज की नौकरी छोड़कर किसानी शुरू किया तो उसका खेत उगलने लगा सोना चांदी, हीरे मोती

जौनपुर। मल्टीनेशनल कम्पनी की 18 लाख पैकेज की नौकरी छोड़कर एक युवक ने खेती किसानी शुरू किया तो उसके खेत से सोना , चांदी और हीरे मोती उगलना शुरू कर दिया। पांच वर्ष पूर्व महानगरों की चकाचौंध से दूरी बनाते हुए गांव की पगडंडियों को पकड़ा तो लक्ष्मी की कृपा बरसने लगी है अब यह युवक 50 से 60 लाख रुपये प्रति वर्ष कमाता है। खुद मुक्कमल किसान होने के बाद अब यह शख्स तीन सौ किसानों को नई तकनीकी से जैविक फार्मिंग का गुर भी सीख रहा है। घाटे की माने जाने वाली खेती को मुनाफा में बदलने के कारण इस युवक को जिला प्रशासन से लेकर प्रदेश स्तर पर कई बार सम्मानित किया गया है। बिहार सरकार ने इस युवक अपने यहां बुलाकर किसानों की कार्यशाला लगवा चुकी है।
यह होनहार किसान है जिला मुख्यालय से करीब 30 किलो मीटर दूरी पर स्थित नेवढ़िया थाना क्षेत्र के नवापुर तरती गांव के निवासी रजनीश कुमार सिंह, रजनीश पढ़ाई लिखाई में शुरू से ही तेज था , उसने एमबीए की पढ़ाई करने के बाद देश विदेश की कई कंपनियों में कार्य किया , 2017 में रजनीश ने ईटीवी के मार्केटिंग मैनेजर पद पर कार्य कर रहा था इसी बीच उसके पापा कैसर रोग से पीड़ित हो गए , कुछ दिन बाद उसके भाई को भी ब्लड कैंसर हो गया । पिता और भाई का इलाज कराने के लिए घर आ गया। रजनीश ने शिराज़ ए हिन्द डॉट कॉम को बताया कि डाक्टरो ने बताया कि आज कल फल, सब्जी में रसायनिक खादों का प्रयोग व अन्य खाने पीने के सामानों में भारी मिलावट हो रही है जिसके कारण कैंसर समेत अन्य लाइलाज बीमारियों के मरीज बढ़ रहे है।
डाक्टर की बात सुनकर मैने ठान लिया कि अब मैं खुद जैविक विधि से खेती करूँगा। इसके लिए मैन सबसे पहले गाय और भैंस का गोबर एकत्रित करके केचुवा डालकर जैविक खाद तैयार किया उसके बाद तैयार खाद का प्रयोग फसलों में करना शुरू किया । शुरुआती दौर में थोड़ी दिक्कते आयी लेकिन मैं हर गलतियों से सीख लेते हुए आगे बढ़ता गया , जिसका परिणाम है कि आज तीस एकड़ खेती जैविक खाद से करता हूँ साथ ही खाद को तैयार करके जौनपुर और वाराणसी के बाजारों बेचता हूं।
जैविक खाद से तैयार हुए गेंहू को अपने चक्की में पीसकर आटा बाजार में बेचता हूँ जिसकी कीमत अच्छी मिलती है। इसी तरह खेत मे पैदा हुई सरसो की पेराई करके तेल उचे भाव मे सेल करता हूँ साथ अच्छे किस्म की धान पैदा करके मार्केट में सेल करता हूँ। फल और सब्जी भी इसी विधि पैदा किया जाता है।
खेती में सफलता अर्जित करने के बाद रजनीश ने मछली पालन , मुर्गा पालन और मधु मक्खी पालन का कार्य शुरू किया तो इन कार्यो में भी सफलता उसका कदम चूमने लगी। आधा दर्जन से अधिक तलाब में वह कई वेरायटी की मछली पालन करता है इस व्यवसाय से उसे साल में 12 से 15 लाख का मुनाफा होता है।
पिछले वर्ष से रजनीश ने मुर्गा फार्म डाला दिया है वह देशी और फार्म वाला दोनों मुर्गे पालकर सेल करता है , इस व्यापार से भी उसकी मोटी कमाई होती है ।
रजनीश ने बताया कि खेती, मछली , मुर्गा और मधुमक्खी पालन करने से एक साल में करीब 50 से 60 लाख रुपये का मुनाफा होता।
रजनीश सिंह उन युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है जो लोग अपना घर परिवार छोड़कर महानगरों में दो जून की रोटी के लिए धक्के खा रहे है। अगर वे लोग इस युवक की तर्ज पर अपने गांव मे खेती करे तो गांव में रहकर अच्छा मुनाफा कमाने के साथ अपने घर परिवार के साथ सुखमय जीवन व्यतीत कर सकते है।
देखिये फोटो में रजनीश की चमत्कारी खेती का दृश्य
Very nice congratulations
जवाब देंहटाएंGreat....Rajnish ji also a good being human and inspiration for future generation.i first time met him during covid lockdown 2020 when I was free then made a plane for meet him. what a energetic person when I met him feel positive things.
जवाब देंहटाएंGreat 👌👌🌹
जवाब देंहटाएंगर्व है आप पर ।
जवाब देंहटाएं