मैं जहर का ज़हरा हूँ, बच के रहना मुझसे यारों मैं "जौनपुर" का दोहरा हूँ!!

अजय कुमार पाण्डेय
मत करो नादानी मुझसे मैं  "जौनपुर" का दोहरा हूँ !!
हो जवानी या बुढ़ापा सबपऱ कहर बन ढहरा हूँ,
जिद न कर तू खुद पे इतना आज़मा के देख ले,
हो जायेगा काम एकदिन मुझको खा के देख ले,
रोज़ खाना शाम शुबहो दिन दुपहरी तू रज़ा,
दूंगा तुझको प्यारे मैं -धीरे धीरे असली मजा,
आ न मेरे छोटेपन पे,एकदिन तेरी हार हैं,
मुझको खाते-खाते देखो "फलनवा" भी बीमार है,
अब भी है टाइम संभल जा मैं जहर का ज़हरा हूँ,
बच के रहना मुझसे यारों मैं "जौनपुर" का दोहरा हूँ!!
हो अटाला या किला हो  - या हुसैनाबाद हो,
है नही कोई ऐसी जगह जहाँ रहता न मेरा "राज़" हो,
कचहरी हो या दीवानी वो क्यों न कॉलेज टीडी "राज़" हो,
हर गली कूचे मोहल्ले में, मैं ठाट से बिकता हूँ,
मत करो नादानी मुझसे मैं  "जौनपुर" का दोहरा हूँ !!

आम जनता हो या नेता हो - वो थानेदार हो,
हो गुरु या हो वो चेले, या वो पत्रकार हों,
जेब में एक्स्ट्रा लिए रखते मुझे सब लोग हैं,
डिग्री छतीश और बयालिश के मेरे दो "योग" हैं,
मत चख मुझको ऐसे प्यारे ,मैं यमदूत का मोहरा हूँ ,
मत करो नादानी मुझसे मैं  "जौनपुर" का दोहरा हूँ !!

स्वर्ग ले जाने का सबको मैं एक आसान तरीका हूँ,
तभी तो सबके मुह के अन्दर मरकर के भी मैं जीता हूँ,
कट्टरवादी सोच है मेरी,तो तुझे कहा मैं बख्शूंगा,
पेट में तेरे जाकर के फिर जमकर तुखको ख़फ़्सूँगा,
करके "खोखा" भेजूंगा मैं जल्दी तुझको शमशानों में,
जूं तक भी जब नही रेंग पायेगी तेरे कानो में,
मेरा तो है काम यही अब मेरा दोष न देना तू,
लिखा "अजय" जो पागल है दोहरा खाना अब और भी तू,
हर जुबान पर मैं ही अबतक दस्तक दे दे के ठहरा  हूँ,
मत करो नादानी मुझसे मैं  "जौनपुर" का दोहरा हूँ !!
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- अजय कुमार पाण्डेय
- (जनसंचार विभाग)
- वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्द्यालय,जौनपुर
- # 7398532105

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