सफाई को लेकर बरती जा रही लापरवाही
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जौनपुर। शहर में सफाई की हालत खस्ता है। जगह-जगह कूड़े के ढेर व जाम नाले इसकी गवाही दे रहे हैं। संवेदनहीनता इतनी कि कहीं मकानों के सामने नाले का गंदा पानी गिर रहा तो कहीं स्कूलों के सामने कूड़े का ढेर लगा है। गंदगी व दुर्गंध से शहरियों का जीना मुहाल है। यह सब हो रहा नपा प्रशासन व लोगों में स्वच्छता को लेकर सकारात्मक सोच न होने के चलते। अब लोग सफाई को लेकर मुखर होते दिख रहे हैं। शहर का कोई भी ऐसा इलाका नहीं जहां गंदगी न हो। हुसैनाबाद जैसे पाश इलाके भी इससे अछूते नहीं हैं। मोहल्ले की नालियां जाम है। गंदगी व सड़ांध के मारे लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। शहर की साख पर भी बट्टा लग रहा है। कुछ लोग इसके लिए नपा को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं तो कुछ लोग सोच बदलने की वकालत कर रहे हैं। अधिवक्ता राजेश उपाध्याय का कहना है कि सफाई के प्रति प्रशासन से लेकर आम आदमी को भी जागरूक होना होगा। हमें हर जगह कूड़ा फेकने से बचना होगा। तभी हम स्वच्छ शहर का निर्माण कर सकते हैं। शिक्षक अनिल कुमार यादव का कहना है कि सिर्फ सरकार के सहारे शहर व गांवों को स्वच्छ नहीं बनाया जा सकता है। नपा को इस दिशा में लोगों को जागरूक करना चाहिए। समाज सेवी लक्ष्मी नारायण ने कहा कि गंदगी समाज के लिए नासूर बन गया है। इसके लिए प्रशासन के साथ हम भी जिम्मेदार हैं। एक तो सफाईकर्मी समय से नहीं आते, दूसरे हम सब भी स्वच्छता को लेकर संजीदा नहीं हैं।