विधायकों को धमकी देने के मामले में एटीएस ने खड़े किए हाथ, केंद्र से मांगी मदद
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लखनऊ। बीजेपी विधायकों से 10 लाख की रंगदारी और रंगदारी न देने पर हत्या की धमकी देने के मामले में यूपी पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं। जांच में जुटी यूपी एटीएस ने इतना जरूर पता कर लिया है कि विधायकों को की जा रही कॉल अमेरिका से हो रही है और भेजे जा रहे वॉट्सअप मैसेज का कनेक्शन पाकिस्तान से है। अब आगे की जांच के लिए यूपी एटीएस ने केंद्र से मदद मांगी है।
बुलंदशहर की डिबाई विधायक अनीता राजपूत से 10 लाख की रंगदारी और रंगदारी ना देने पर जान से मारने की धमकी का सिलसिला 21 विधायकों और दो बीजेपी पदाधिकारियों पर आकर थमता नजर आ रहा है। बीते 24 घंटे में पुलिस को मिलने वाली शिकायतों में कमी जरूर आई है लेकिन पुलिस के लिए धमकी देने वाले की गिरफ्तारी अभी भी सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है।
डीजीपी ने एसआईटी का गठन तो कर दिया लेकिन जांच कर रही एसआईटी और एटीएस की टीम अब एक कदम भी आगे नहीं बढ़ पाएगी। दरअसल अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद अहमद के गुर्गे अली बुदेश भाई के नाम पर धमकी तो दी गई लेकिन उसको पकड़ पाना, ट्रेस कर पाना यूपी एटीएस के लिए अब मुश्किल साबित हो रहा है। वजह है कि जिस वॉट्सअप नंबर से विधायकों को फोन पर धमकी दी गई, वह अमेरिकन नंबर है। वहीं धमकी वाले मैसेज जिस सिस्टम से भेजे गए, उसका आईपी एड्रेस पाकिस्तान में ट्रेस हो रहा है। यानी विधायकों के धमकी वाला कनेक्शन भारत के विरोधी देशों से है। विधायकों को कॉल अमेरिका से और धमकी का मैसेज पाकिस्तान से आ रहे थे।
जांच के बाद इसकी तस्दीक जरूर कर ली है, लेकिन आगे की जांच के लिए भारत सरकार से भी मदद मांगी है। अमेरिका और पाकिस्तान से धमकी देने वाले शख्स की तकनीकी जानकारी हासिल करना बेहद जरूरी है और जिसके लिए उच्च स्तर पर वार्ता और सहयोग मांगे जाने की जरूरत है। अब तक जांच के बाद एटीएस चीफ एडीजी आनंद कुमार भी कहते हैं कि धमकी देने वाला शख्स तकनीकी तौर पर बड़ा जानकार है, और तकनीक का बेहतर इस्तेमाल कर रहा है।
उत्तर प्रदेश से लेकर मध्य प्रदेश हरियाणा राजस्थान के बीजेपी नेताओं को मिल रही ऐसी धमकियों के मद्देनजर अब गेंद केंद्र सरकार के पाले में है। राज्य की सुरक्षा एजेंसियों ने तो अमेरिका और पाकिस्तानी कनेक्शन खंगाल लिया लेकिन अब गिरफ्तारी के लिए केंद्र सरकार का दखल बेहद जरूरी है।
डीजीपी ने एसआईटी का गठन तो कर दिया लेकिन जांच कर रही एसआईटी और एटीएस की टीम अब एक कदम भी आगे नहीं बढ़ पाएगी। दरअसल अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद अहमद के गुर्गे अली बुदेश भाई के नाम पर धमकी तो दी गई लेकिन उसको पकड़ पाना, ट्रेस कर पाना यूपी एटीएस के लिए अब मुश्किल साबित हो रहा है। वजह है कि जिस वॉट्सअप नंबर से विधायकों को फोन पर धमकी दी गई, वह अमेरिकन नंबर है। वहीं धमकी वाले मैसेज जिस सिस्टम से भेजे गए, उसका आईपी एड्रेस पाकिस्तान में ट्रेस हो रहा है। यानी विधायकों के धमकी वाला कनेक्शन भारत के विरोधी देशों से है। विधायकों को कॉल अमेरिका से और धमकी का मैसेज पाकिस्तान से आ रहे थे।
जांच के बाद इसकी तस्दीक जरूर कर ली है, लेकिन आगे की जांच के लिए भारत सरकार से भी मदद मांगी है। अमेरिका और पाकिस्तान से धमकी देने वाले शख्स की तकनीकी जानकारी हासिल करना बेहद जरूरी है और जिसके लिए उच्च स्तर पर वार्ता और सहयोग मांगे जाने की जरूरत है। अब तक जांच के बाद एटीएस चीफ एडीजी आनंद कुमार भी कहते हैं कि धमकी देने वाला शख्स तकनीकी तौर पर बड़ा जानकार है, और तकनीक का बेहतर इस्तेमाल कर रहा है।
उत्तर प्रदेश से लेकर मध्य प्रदेश हरियाणा राजस्थान के बीजेपी नेताओं को मिल रही ऐसी धमकियों के मद्देनजर अब गेंद केंद्र सरकार के पाले में है। राज्य की सुरक्षा एजेंसियों ने तो अमेरिका और पाकिस्तानी कनेक्शन खंगाल लिया लेकिन अब गिरफ्तारी के लिए केंद्र सरकार का दखल बेहद जरूरी है।