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शनिवार, 14 जून 2025

बहन की शादी का कार्ड बांटने निकला भाई नहीं लौटा घर, बस की टक्कर से दर्दनाक मौत

महराजगंज (जौनपुर)। खुशियों की तैयारी में डूबे एक घर की चहक उस वक्त मातम में बदल गई जब बहन की शादी का कार्ड बांटने निकला भाई सड़क हादसे में जिंदगी की जंग हार गया। प्रयागराज-शाहगंज मार्ग पर लोहिन्दा चौराहे के समीप शनिवार को एक तेज रफ्तार प्राइवेट बस ने बाइक सवार युवक को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में 19 वर्षीय शनि गौतम की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसके साथ बैठा ममेरे भाई विक्रम गंभीर रूप से घायल हो गया।

बहन की शादी की खुशियाँ पल भर में मातम में बदलीं
मूलतः सदरुद्दीनपुर गांव के दलित बस्ती निवासी लाल बहादुर उर्फ लल्लू के छोटे बेटे शनि के घर में इन दिनों बहन सीमा की शादी की तैयारियाँ चल रही थीं। शादी की तारीख 17 जून तय थी। उसी सिलसिले में शनिवार दोपहर करीब साढ़े 11 बजे शनि, अपने मामा के लड़के विक्रम के साथ दहेज में दी गई नई बाइक से शादी का कार्ड बांटने निकला था। लेकिन किसे पता था कि यह उसका आखिरी सफर होगा।

जैसे ही दोनों युवक लोहिन्दा चौराहे के पास पहुँचे, सुजानगंज की ओर से आ रही तेज़ रफ्तार बस ने सामने से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि बाइक सीधे बस के नीचे चली गई। शनि की मौके पर ही मर्मांतक मौत हो गई, जबकि विक्रम बुरी तरह घायल हो गया। आसपास के लोग जब तक मदद को पहुँचते, बस चालक फरार हो चुका था।

परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल, बस्ती में पसरा मातम
हादसे की खबर जैसे ही गांव पहुँची, पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। मां सुशीला देवी बेटे के शव से लिपटकर बेसुध हो गईं, तो वहीं बहन सीमा, जिसकी शादी के कार्ड शनि बांटने गया था, फूट-फूटकर रो पड़ी। पिता लाल बहादुर, भाई दीवान और छोटी बहन सुषमा का भी रो-रोकर हाल बेहाल हो गया। एक ही क्षण में खुशियों से भरा घर शव यात्रा की तैयारी में बदल गया।

पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा, बस जब्त, चालक फरार
सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष अमित पांडेय मौके पर पहुँचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। घायल विक्रम को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया, जहाँ से उसे हालत गंभीर देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। पुलिस ने बस को कब्जे में लेकर फरार चालक के खिलाफ अभियोग दर्ज कर तलाशी शुरू कर दी है।

यह हादसा न सिर्फ एक परिवार की खुशियाँ लील गया, बल्कि यह सवाल भी खड़ा कर गया कि कब तक तेज रफ्तार और लापरवाह चालकों की वजह से मासूम जिंदगियां यूँ ही जाती रहेंगी?


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