छात्राओ में होती है बहुमुखी प्रतिभा: ओझा
https://www.shirazehind.com/2015/12/blog-post_25.html?m=0
जौनपुर। राजा श्रीकृष्ण दत्त स्नातकोत्तर महाविद्यालय, जौनपुर में आई0क्यू0ए0सी0 के तत्वाधान में वीमन सेल द्वारा में रंगोली एवं मेंहदी रचाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। रंगोली प्रतियोगिता के निर्णायक मण्डल के सदस्य डाॅ0 मयानन्द उपाध्याय, डाॅ0 मनोज वत्स, डाॅ0 अनामिका सिंह व डाॅ0 माया सिंह ने ग्रुप 4 (गुन्जा बिन्द, प्रियंका प्रजापति, सपना बिन्द एवं रूपा बिन्द) को प्रथम, गु्रप 7 (सना परवनी, सना मरिमय, सुप्रिया साहू, पारूल साह) को द्वितीय एवं ग्रुप 6 (सोनी निषाद, प्रियंका यादव, रूबी मौर्य) को तृतीय एवं चतुर्थ स्थान (सात्वंना) ग्रप 1 की (निधि, आराधना, अंजना चैधरी, स्मृति और रोली) को बेटी बचाओ थीम के लिए घोषित किया गया।
मेंहदी प्रतियोगिता के निर्णायक मण्डल के सदस्य डाॅ0 अभय प्रताप सिंह, डाॅ0 नीता सिंह, डाॅ0 अनीता सिंह व डाॅ0 उर्मिला सिंह ने मेंहदी प्रतियोगिता का निर्णय कर चांदनी कन्नौजिया (एम0ए0 प्रथम वर्ष) को प्रथम, शिवांगी मौर्य (बी0ए0 प्रथम वर्ष) को द्वितीय, नन्दिता एवं तनु मद्वेशिया को तृतीय घोषित किया गया।
जिसमें महाविद्यालय की छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भागीदारी की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ0 शिव प्रसाद ओझा ने अपने वक्तव्य में कहा कि छात्र एवं छात्राओं में बहुमुखी प्रतिभा होती है। उनकी प्रतिभा को निखारने की जरूरत है। प्रतियोगिताएं प्रतिभा मूल्यांकन का माध्यम होती है। महाविद्यालय में इस तरह की प्रतियोगिता प्रत्येक वर्ष करायी जाती है। जिसमें छात्र/छात्राएं उत्साह के साथ सहभागिता करती है, जिसमें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को महाविद्यालय द्वारा पुरस्कृत भी किया जाता है। जिससे छात्र/छात्राओं का मनोबल उचा होता है। अन्य सहभागी छात्र/छात्राओं को प्रमाण-पत्र भी प्रदान किया जाता है।
इस अवसर पर डाॅ0 विष्णुचन्द्र त्रिपाठी, डाॅ0 जे0पी0 शुक्ला, डाॅ0 आशाराम यादव, डाॅ0 विजय प्रताप तिवारी, डाॅ0 सुधाकर शुक्ला, डाॅ0 मधु पाठक, डाॅ0 रागिनी राय, डाॅ0 सुशील गुप्ता, डाॅ0 चन्द्राम्बुज कश्यप, श्री राजबहादुर यादव उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अन्त में समिति की संयोजिका डाॅ0 ज्योत्सना श्रीवास्तव एवं डाॅ0 सुधा सिंह, डाॅ0 सुनीता गुप्ता ने सभी प्रतिभागियोें का उत्साहवर्धन करते हुए सभी का आभार व्यक्त किया।
मेंहदी प्रतियोगिता के निर्णायक मण्डल के सदस्य डाॅ0 अभय प्रताप सिंह, डाॅ0 नीता सिंह, डाॅ0 अनीता सिंह व डाॅ0 उर्मिला सिंह ने मेंहदी प्रतियोगिता का निर्णय कर चांदनी कन्नौजिया (एम0ए0 प्रथम वर्ष) को प्रथम, शिवांगी मौर्य (बी0ए0 प्रथम वर्ष) को द्वितीय, नन्दिता एवं तनु मद्वेशिया को तृतीय घोषित किया गया।
जिसमें महाविद्यालय की छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भागीदारी की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ0 शिव प्रसाद ओझा ने अपने वक्तव्य में कहा कि छात्र एवं छात्राओं में बहुमुखी प्रतिभा होती है। उनकी प्रतिभा को निखारने की जरूरत है। प्रतियोगिताएं प्रतिभा मूल्यांकन का माध्यम होती है। महाविद्यालय में इस तरह की प्रतियोगिता प्रत्येक वर्ष करायी जाती है। जिसमें छात्र/छात्राएं उत्साह के साथ सहभागिता करती है, जिसमें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को महाविद्यालय द्वारा पुरस्कृत भी किया जाता है। जिससे छात्र/छात्राओं का मनोबल उचा होता है। अन्य सहभागी छात्र/छात्राओं को प्रमाण-पत्र भी प्रदान किया जाता है।
इस अवसर पर डाॅ0 विष्णुचन्द्र त्रिपाठी, डाॅ0 जे0पी0 शुक्ला, डाॅ0 आशाराम यादव, डाॅ0 विजय प्रताप तिवारी, डाॅ0 सुधाकर शुक्ला, डाॅ0 मधु पाठक, डाॅ0 रागिनी राय, डाॅ0 सुशील गुप्ता, डाॅ0 चन्द्राम्बुज कश्यप, श्री राजबहादुर यादव उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अन्त में समिति की संयोजिका डाॅ0 ज्योत्सना श्रीवास्तव एवं डाॅ0 सुधा सिंह, डाॅ0 सुनीता गुप्ता ने सभी प्रतिभागियोें का उत्साहवर्धन करते हुए सभी का आभार व्यक्त किया।
