Page

Pages

रविवार, 26 जून 2016

सबसे बड़ा मजहब इन्सानियत: इनायतउल्लाह



जौनपुर। नगर के मोहल्ला अहमद खाँ मण्डी की जामा मस्जिद में तरावीह इमामे मस्जिद इनायतउल्लाह की इमामत में खत्म हुई। रमजान का पाक महिना चल रहा है । इस पाक महीने में रोजेदार दिन भर रोजा रखता है और नमाजे पड़ता है और तिलावते कुराने पाक करता है। इस सब के बाद नमाज इशा बीस रकअत तरावीह की नमाज पढ़ी जाती है । जिसमे पूरे रमजान मे कम से कम एक बार पूरा कुरान सुनना जरूरी होता है । कहीं लोग सबीना करके एक दिन में तो कहीं तीन दिन में या एक हफ्ते या पन्द्रह दिन में पूरा कलाम पाक सुन लेते है। इसी कड़ी में अहमद खाँ मण्डी मोहल्ले के जामा मस्जिद मे शनिवार की शाम को पूरा कुरान सुना कर हाफिज ने तरावीह की नमाज पूरी की । इमाम मस्जिद हाफिज इनाएतउल्लाह ने तकरीर करते हुए बताया की इन्सान के अन्दर इन्सानियत हो यही सबसे बड़ा मजहब है। नमाज रोजा और जितनी इबादत है सब अल्लाह को राजी करने के लिए है और अल्लाह तब राजी होता है जब उसके बंदे सही और नेक रास्ते पर हो। उन्होंने ने कहा कितनी भी इबादत कर ले अगर अपनी बुराइयों पर काबू नहीं रखते तो अल्लाह कभी नही राजी होगा। उन्होंने कहा कि बेशक नमाज हर बुराई और बेहयाई से रोकती है। जो सही मायने मे नमाज पढ़ते है वो दुनिया में बुराई और गंदे काम से परहेज करेगे। इसके बाद देश व दुनिया मंे अमन व शांति के लिए और बारिीश के लिए दुआ मांगी गई। अशरफ खान ,आर एच खान, जियाउल हक, मुशीर अहमद, अशहद खान , आले खान ,मंजर अंसारी, सलमान, शादाब, इकबाल खान, साहेब खाँ सहित तमाम नमाजी मौजूद रहे।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें