दीनदयाल उपाध्याय अन्त्योदय के प्रणेता रहे : SDM
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जौनपुर। मछलीशहर ब्लाक सभागार में आज
पं.दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष के तहत प्रशासन द्वारा आयोजित तीन
दिवसीय अन्त्योदय मेला/प्रदर्शनी/कार्यशाला का शुभारम्भ उपजिलाधिकारी
रमापति बिन्द एवं खण्ड विकास अधिकारी मीनाक्षी देवी द्वारा पंडित दीन दयाल
उपाध्याय के चित्र पर माल्र्यापण एवं दीप प्रज्जवलित करके किया गया। इस
मौके पर आमजन को सम्बोधित करते हुए उपजिलाधिकारी रमापति बिन्द ने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय अन्त्योदय के प्रणेता रहे उन्हाने अपना पूरा जीवन
राष्ट्र के निर्माण एवं गरीबो के विकास में लगा दिया उनके बताये रास्ते पर
चलना ही उनके लिए सच्ची श्रद्धाजंलि होगी।
कृषि विभाग के तकनीकी
सहायक व प्रभारी विषय वस्तु विश्ेाषज्ञ डा.रमेंश चन्द्र यादव ने कार्यशाला
में किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि खेती की श्रेष्ठ पद्वति वही है
जो सबके लिए कल्याणकारी हो अतः समय की मांग को देखते हुए जैविक खेती का
अपनाना ही सर्वोत्तम विक्ल्प है उन्होने किसानो को मिट्टी बचाने की तकनीकी
जानकारी देते हुए कहा कि खेत की मिटटी पेड़ पौधों का पेट है, मिट्टी अनन्त
जीवन का आधार है, मिट्टी पेड़ पौधो के पोषक तत्वों का बैंक खाता है इसे
बचाइए। डा. रमेश ने कहा कि खेती की समग्र योजना तैयार कर खेती करें जिसमें
फसल उत्पादन वृक्षारोपड़ पशुपालन संसाधनों के विकास एवं संरक्षण के लिए
कार्यक्रम सम्मिलित हों तभी खेती को लाभकारी बनाया जा सकता है ।
खण्ड
विकास अधिकारी ने पन्डित जी के जीवनवृत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पन्डित
जी समन्वयवादी दृष्टि रखतें थें । वो प्रत्येक समस्या का समाधान समन्वय
में तलासते थे। वह जीवन संबंधी भारतीय मान्यताओं तथा आधुनिक, वैज्ञानिक एवं
तकनीकी प्रगति के बीच एक तालमेल बैठाना चाहते थे। अपनी इसी विचार प्रणाली
को उन्होने बाद मे एकात्म मानववाद का नाम दिया। खण्ड विकास अधिकारी ने आये
हुए व्यक्त किया। सोनम एण्ड पार्टी ने लोकगीत के माध्यम से सरकार के
कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। इस अवसर पर सहायक विकास अधिकारी कुवर
साहब सिंह, एडीओ देवेन्द्र पताप, के.के यादव, अवनीश यादव, पवन कुमार,
मेंवालाल, प्रगतिशील किसान बधिराम, रामसूरत ,ताराचन्द्र यादव, रामकेश्वर
यादव, लालबहादुर, चन्दु यादव उपस्थि रहे।