मौत बनकर दौड़ रहे डग्गमार वाहन
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जौनपुर। जिले के सड़कों पर डग्गामार वाहनों की भरमार है। नियमों की धज्जियां उड़ाकर ऐसे वाहन थाने और पुलिस चैकियों के सामने से फर्राटे भरते हुए निकल जाते हैं, लेकिन पुलिस को इन वाहनों पर कार्रवाई करने की उस समय याद आती है, जब कोई बड़ा हादसा हो जाए। इन वाहनों में सफर करना खतरे से खाली नहीं है। क्योंकि 10 से 12 सीटर पास इन वाहनों में 18 से 22 सवारियां भरी जाती है। ये कैसे संभव हो सकता है झेलकर इसका अंदाजा लगा सकते हैं। इतनी सवारियों को कमांडर जीप, टाटा मैक्स, बोलेरो, मैक्स में भूसे की तरह अंदर भरने के बाद छतों पर बैठाकर, वाहन के पीछे और साइड से लटका कर सफर कराया जाता है। पुलिस की मिलीभगत से ऐसे वाहन सड़कों पर फर्राटे भर रहे हैं। रूपये के लिए लोगों की जिदगियों को पुलिस दांव पर लगा देती है। पुलिस कहती यह है कि इन वाहनों के मामले में सख्ती से निपटा जाता है, लेकिन ये सख्ती एक या दो दिन की होती है। इसके बाद रवैया पुराना हो जाता है। सर्वाधिक डग्गामार वाहन मड़ियाहूं, मछली शहर, शाहगंज आदि सड़कों पर देखी जा सकती है। इन वाहनों की ओर लोग आसानी से आकर्षित इसलिए भी हो जाते हैं, क्योंकि ये आसानी से हर जगह उपलब्ध हो जाते हैं।