पूर्वाचंल विश्वविद्यालय के V.C ने कहा भगवान राम को 12 वर्षो का हुआ था वनवास
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जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वाचंल विश्वविद्यालय में आज चार दिवसीय रामकथा की शुरू हो गयी है। विश्वविद्यालय के कुलपति यह भक्ति कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से प्रेरेरित होकर करा रहे है। विश्वविद्यालय के मुखिया को भगवान राम के बारे में कितना जानकारी है आप उसे सुनकर खुद जान जायेगे। वीसी राजाराम यादव इलेक्ट्रानिक मीडिया को दिये गये बयान कहा कि भगवान राम को 12 वर्षो का वनवास हुआ था। जबकि बच्चा बच्चा जानता है माता कैकेयी की जिद्द पर रामचंद्र जी को 14 वर्षो का वनवास पर उनके पिता राजा दशरथ ने दिया था।
बीते दो अक्टुबर को वीर बहादुर सिंह पूर्वाचंल विश्वविद्यालय की उम्र तीस वर्ष पूरे होने के अवसर पर 4 अक्टुबर से 8 अक्टुबर तक विश्वविद्यालय परिसर में शाम चार बजे से सात बजे तक राम कथा होने जा रहा है। पहलीबार इस शिक्षा के मंदिर में रामकथा का आयोजन होने से तरह तरह की चर्चाए शुरू हो गयी है। इस मामले पर विश्वविद्यालय के कुलपति राजाराम यादव ने कहा कि मै यह कथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से प्रेरेरित होकर कराने जा रहा हूं। उन्होने बताया कि अभी हाल में हुए कुलपतियों के सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने भगवान राम के बार में विस्तार से बताया था। इस लिए मैने भी प्रण किया कि छात्र-छात्राओ को परम्परागत शिक्षा देने के साथ साथ भगवान राम के बारे में जानकारी दिया जाय। उन्होने विस्तार से राम के बारे में बताया लेकिन उन्होने एक बड़ी चूक भी किया। उन्होने राम के 14 वर्षो के बनवास को 12 वर्ष बताकर अपनी काबिलियत भी बता दिया कि कुलपति महोदय भगवान राम के बारे कितनी जानकारी रखते है।
बीते दो अक्टुबर को वीर बहादुर सिंह पूर्वाचंल विश्वविद्यालय की उम्र तीस वर्ष पूरे होने के अवसर पर 4 अक्टुबर से 8 अक्टुबर तक विश्वविद्यालय परिसर में शाम चार बजे से सात बजे तक राम कथा होने जा रहा है। पहलीबार इस शिक्षा के मंदिर में रामकथा का आयोजन होने से तरह तरह की चर्चाए शुरू हो गयी है। इस मामले पर विश्वविद्यालय के कुलपति राजाराम यादव ने कहा कि मै यह कथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से प्रेरेरित होकर कराने जा रहा हूं। उन्होने बताया कि अभी हाल में हुए कुलपतियों के सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने भगवान राम के बार में विस्तार से बताया था। इस लिए मैने भी प्रण किया कि छात्र-छात्राओ को परम्परागत शिक्षा देने के साथ साथ भगवान राम के बारे में जानकारी दिया जाय। उन्होने विस्तार से राम के बारे में बताया लेकिन उन्होने एक बड़ी चूक भी किया। उन्होने राम के 14 वर्षो के बनवास को 12 वर्ष बताकर अपनी काबिलियत भी बता दिया कि कुलपति महोदय भगवान राम के बारे कितनी जानकारी रखते है।