जौनपुर। जिलाधिकारी अरविन्द मलप्पा बंगारी द्वारा कृषि भवन में बने अस्थाई गौशाला स्थल पर निरीक्षण किया गया तथा जिलाधिकारी द्वारा वृक्षारोपण भी किया गया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने मौके पर 462 गोवंश संरक्षित पाये, जिसमें 442 पशुओं में टैग लगा था। जिलाधिकारी ने मुख्य पशुचिकित्साधिकारी को शेष पशुओं में टैगिंग करने हेतु निर्देश दिया। उप मुख्य पशुचिकित्साधिकारी-सदर द्वारा यह बताया गया कि उक्त पशु आज आये है और उन्हें आज ही टैग लगा दिया जायेगा। गोशाला में नर बछड़ो का बधियाकरण किया जा चुका है। पशुओं के लिए पर्याप्त भूसा भण्डारित है। पशुओं को खिलाने के लिए चूनी, चोकर, गुड़ व मिनरल पाउडर दिया जा रहा है। छाया, पानी व बिजली की व्यवस्था बहुत अच्छी है। पशु स्वस्थ पाये गये तथा कुछ पशु कमजोर है उनके लिए उप मुख्य पशुचिकित्साधिकारी सदर को विशेष ध्यान देने हेतु निर्देशित किया गया है। गो-आश्रय स्थल के बीच में ईट रखी हुई है जो इधर-उधर बिखरी पड़ी है उन्हें इकठ्ठा कर दीवाल के किनारे लगाने के लिए निर्देश दिया गया है। गो-आश्रय स्थल पर बृक्षारोपण भी किया गया है और निर्देशित किया गया है कि खाली स्थान पर चारे व छायादार पौधो का रोपण किया जाय तथा पौधो की सुरक्षा के लिए ईंट का ट्री-गार्ड लगाया जाय और गोबर की खाद बनाकर बिक्री की जाय। इस जमीन को गोशाला के नाम करने हेतु प्रस्ताव भी प्रेषित किया जाय। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 वीरेन्द्र सिंह, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद जौनपुर कृष्णकान्त, उप मुख्य पशुचिकित्साधिकारी सदर डा0 संदीप कुमार अग्रवाल, गोशाला संरक्षक, फजमूल हसन, पार्षद जौनपुर कर्मचारी नगर पालिका परिषद उपस्थित थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें