नई तकनीकी से दुग्ध उत्पादन में जीविका की असीम सम्भावनाएं : डॉ उमेश
https://www.shirazehind.com/2019/07/blog-post_812.html?m=0
जौनपुर।
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के विश्वेश्वरैया सभागार में
सोमवार को गुणवत्ता युक्त दुग्ध उत्पादन में नई तकनीकी की भूमिका विषयक
विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में इंजीनियरिंग के
विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय
विश्वविद्यालय चित्रकूट में कृषि संकाय में एसोसिएट प्रोफ़ेसर डॉ उमेश
कुमार शुक्ल ने कहा कि आज नई तकनीकी से दुग्ध उत्पादन में जीविका की
असीम सम्भावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकारें इस दिशा में सक्रिय
हैं और इस पेशे से जुड़े लोंगो को सहायता प्रदान कर रहीं है. उन्होंने
अभियांत्रिकी के विद्यार्थियों को दुग्ध उत्पादन में प्रयुक्त होने वाले
अत्याधुनिक उपकरणों की जानकारी दी एवं उनके उपयोग के तरीकों पर प्रकाश
डाला।
उन्होंने इस अवसर पर केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं पर
चर्चा करते हुए इस व्यवसाय के लिए मिलने वाले अनुदान से भी विद्यार्थियों
को जागरूक किया। उन्होंने कहा कि इससे हम आजीविका के साधनों को और बेहतर
बना सकते हैं। संचालन डॉ संतोष कुमार एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ पुनीत धवन ने
किया। इस अवसर पर डॉ प्रमोद कुमार यादव,डॉ राजकुमार सोनी,डॉ दीप्ती
पांडेय,डॉ गिरिधर मिश्र,अनिल कुमार मौर्य सहित विद्यार्थी उपस्थित रहे।