आरएसएस नेता के बयान से कांग्रेस आक्रोशित, एनएसयूआई ने किया विरोध प्रदर्शन
जौनपुर ।आरएसएस के नेता दत्तात्रेय होसबोले द्वारा संविधान की प्रस्तावना में प्रयुक्त ‘समाजवादी’ और ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्दों की समीक्षा की मांग को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में रोष फैल गया। इसी क्रम में एनएसयूआई शहर अध्यक्ष अमन सिन्हा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर पुतला दहन किया और जोरदार नारेबाजी के साथ विरोध दर्ज कराया।
बता दें कि गुरुवार को आपातकाल की वर्षगांठ पर बोलते हुए दत्तात्रेय होसबोले ने कहा था कि “बाबासाहेब अंबेडकर ने संविधान की मूल प्रस्तावना में 'समाजवादी' और 'धर्मनिरपेक्ष' शब्दों का उल्लेख नहीं किया था। ये शब्द आपातकाल के दौरान जोड़े गए थे, जब देश की संसद ठप थी और न्यायपालिका कमजोर। इसलिए अब समय आ गया है कि इन शब्दों के रहने या हटने पर पुनर्विचार किया जाए।”
आरएसएस उप प्रमुख के इस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एनएसयूआई अध्यक्ष अमन सिन्हा ने कहा, “आरएसएस का असली चेहरा सामने आ गया है। वह समानता, धर्मनिरपेक्षता और न्याय से परहेज करते हैं। उन्हें संविधान नहीं, मनुस्मृति चाहिए, ताकि वे गरीबों, दलितों और बहुजनों को फिर से गुलाम बना सकें।”
प्रदर्शन में एनएसयूआई उपाध्यक्ष रोहित पाण्डेय, कार्तिकेय चतुर्वेदी, विक्की सिंह, महासचिव शुशांत पाण्डेय, कृष्णा पंडित, अखिलेश श्रीवास्तव, विशाल बिंद, सिद्धार्थ श्रीवास्तव, आयुष मौर्य सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।