शराब की दुकान को लेकर ग्रामीणों ने किया जोरदार प्रदर्शन
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दुकान निरस्त कराने के लिये डीएम को सौंपेंगे ज्ञापन
10 दिन पहले भी ग्रामीणों ने किया था विरोध प्रदर्शनसुइथाकला, जौनपुर। सरपतहां थाना क्षेत्र के करीमपुर गांव में शराब की नई दुकान खोले जाने के विरोध में शुक्रवार को सैकड़ों की संख्या में स्थानीय महिला, पुरुष और युवाओं ने मिलकर जोरदार प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने सड़क पर उतरकर नारेबाजी की और नई दुकान खुलने के आदेश को तत्काल निरस्त करने की प्रशासन से मांग किया।
गौरतलब है कि दस दिन पूर्व इसी दुकान को लेकर ग्रामीणों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया था। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि जिस स्थान पर शराब की नई दुकान प्रस्तावित है, वहीं पास में हीं विद्यालय होने के साथ हीं बच्चों और महिलाओं का सार्वजनिक मार्ग भी है। उक्त स्थान पर यदि शराब की दुकान खुलती है तो महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार एवं बच्चों का भविष्य बर्बाद हो जायेगा। ग्रामीणों का कहना है कि गांव से 2 किमी दूर जूड़ापुर में मदिरा की दुकान खुली हुई है। गांव की महिलाओं का कहना है कि यहां सामाजिक माहौल शांतिपूर्ण है लेकिन शराब की दुकान खुलने से युवाओं में नशे की लत बढ़ेगी और महिलाओं को घरेलू हिंसा जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
गांव की महिलाओं ने विशेष रूप से कहा कि वे अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं और किसी भी कीमत पर इस दुकान को यहां नहीं खुलने देंगी। इसके सन्दर्भ में जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर दुकान निरस्त कराने के लिए ग्रामीण कटिबद्ध हैं। फिलहाल ग्रामीणों की एकजुटता और विरोध को देखते हुए यह मुद्दा अब तूल पकड़ता जा रहा है।
गौरतलब है कि दस दिन पूर्व इसी दुकान को लेकर ग्रामीणों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया था। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि जिस स्थान पर शराब की नई दुकान प्रस्तावित है, वहीं पास में हीं विद्यालय होने के साथ हीं बच्चों और महिलाओं का सार्वजनिक मार्ग भी है। उक्त स्थान पर यदि शराब की दुकान खुलती है तो महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार एवं बच्चों का भविष्य बर्बाद हो जायेगा। ग्रामीणों का कहना है कि गांव से 2 किमी दूर जूड़ापुर में मदिरा की दुकान खुली हुई है। गांव की महिलाओं का कहना है कि यहां सामाजिक माहौल शांतिपूर्ण है लेकिन शराब की दुकान खुलने से युवाओं में नशे की लत बढ़ेगी और महिलाओं को घरेलू हिंसा जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
गांव की महिलाओं ने विशेष रूप से कहा कि वे अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं और किसी भी कीमत पर इस दुकान को यहां नहीं खुलने देंगी। इसके सन्दर्भ में जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर दुकान निरस्त कराने के लिए ग्रामीण कटिबद्ध हैं। फिलहाल ग्रामीणों की एकजुटता और विरोध को देखते हुए यह मुद्दा अब तूल पकड़ता जा रहा है।