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गुरुवार, 14 अगस्त 2025

एक शाम वतन के नाम में गूंजी शेर-ओ-शायरी, देशभक्ति रंग में रंगा माहौल

मशहूर शायरों व कवियों ने पेश किये नग़मे-ए-वतन, बंधी रही महफिल


शाहगंज, जौनपुर। आज़ादी के जश्न के मौके पर एसबीएम वेलफेयर चैरिटेबल ट्रस्ट के बैनर तले नगर के आजमगढ़ रोड स्थित होटल शाहगंज पैलेस के मैदान में सोमवार देर रात “एक शाम वतन के नाम– ऑल इंडिया मुशायरा व कवि सम्मेलन” का भव्य आयोजन हुआ। आयोजन के विशिष्ट अतिथि पुलिस विभाग के अजीत सिंह चौहान का आयोजक डॉ. तारिक शेख व मंच पर मौजूद कवि-शायरों ने बुकें, माला व पुष्पगुच्छ देकर गर्मजोशी से स्वागत किया।

"सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-क़ातिल में है" — इस तरन्नुम ने माहौल में जोश भर दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता परवेज आलम भुट्टो ने किया। संरक्षक डॉ. हाफ़िज़ इरशाद अहमद (पूर्व विधायक) रहे। शमा रोशन की ज़िम्मेदारी प्रदीप जायसवाल ने निभाई। महफ़िल में बार-बार तालियों की गड़गड़ाहट और "वाह-वाह" की गूँज शायरों का हौसला बढ़ाती रही।

मुशायरे में ऑल इंडिया के मशहूर नामों में सायरा शाहिस्ता सना, प्रतिभा पाठक, आदिवा नाज़ (एटा), रीना तिवारी (मुग़लसराय), प्रज्ञा तिवारी (सुल्तानपुर), प्रतिमा यादव, आराधना शुक्ला, नाज़ों नाज़ इलाहाबादी शामिल रहीं। शायरों में तैयब नरुकाश, बिहारीलाल अंबर, जावेद सुल्तानपुरी, हसीन भादवी, अजहर आजमो दौड़ (कतर), साजिद प्रतापगढ़ी, जैद इलाहाबादी, शाहिस्ता शाना ने अपने कलाम से रात को यादगार बना दिया।
"ये वतन हमको जान से प्यारा है, इसकी मिट्टी में इश्क़ का नज़ारा है" — इस पंक्ति पर दर्शक भावुक होकर तालियों से महफ़िल गूँजा उठी। अंत में आयोजक डॉ. तारिक शेख ने सभी का आभार व्यक्त किया। आयोजन की सफलता में उपाध्यक्ष ओम चौरसिया, कन्वीनर जनाब मुस्तकीम अहमद, डॉ. सैय्यदा हुमैरा बानो (सीटी नर्सिंग होम), महफूज़ आलम, अवस्मसद हाशमी, फरहान अहमद, पीर मुहम्मद, आज़म साहवे, डॉ. खुर्शीद, डॉ. रेहान, डॉ. अबरार, डॉ. क़ासिम, डॉ. तारिक आज़मी (अहिरौला), डॉ. सिकंदर यादव, डॉ. आरिफ मंसूरी का विशेष योगदान रहा।

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