बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त , रास्ते कीचड़ में तब्दील
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कच्चे और खराब रास्तों पर आना जाना नाकों चने चबाने के समान है। सफाई कर्मचारी प्रधान के कृपा बनकर मौज कर रहे हैं और लोग गन्दगी और जलजमाव से जूझ रहे है। सरकार के विकास के मद में आये धन का बन्दरबांट हो रहा है। शिकायते नक्करखाने में तूती की आवाज साबित हो रही है। शहर में भी हालत बेहतर नहीं है अनेक सड़के और गलियों में जल जमाव और कीचड़ फैला है। बच्चे और महिलायें गिर रही है। आज सूरज न निकलने से उष्मा के अभाव में पूरे दिन ठिठुरते रहे। नगर पालिका द्वारा जलवाया गया अलाव ऊंट के मुंह के जीरा साबित हो रहा है। अनेक लोग चन्दा लगाकर अलाव जलाकर बैठै हुए हैं। ठण्ड से मुकाबले के लिए लोग सिर से पांव तक कपड़े पहन रखे थे। गर्म कपड़े की दुकानो पर बिक्री तेज हो गयी है और ग्राहक लगातार आ रहे हैं। जरूरी काम से निकलने पर लोगो को कंपकपी आ रही है। द