समाज में मानवाधिकार का क्षरण नित्य प्रतिदिन हो रहा है
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जौनपुर। अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर जिला के वर्ल्ड सोसायटी
एवं मानवाधिकार संरक्षण संस्था के संयुक्त तत्वाधान में जागरूकता सेमिनार
एवं विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा. पी.सी.
विश्वकर्मा, पूर्व जज, उपभोक्ता फोरम एवं पूर्व विभागाध्यक्ष, विधि संकाय,
पूर्वाचल विश्वविद्यालय, जौनपुर एवं विशिष्ट अतिथि यशपाल गुप्ता, वरिष्ठ
अधिवक्ता, व्यापार एवं वाणिज्य कर तथा आयकर एवं कार्यक्रम अध्यक्ष संजय
उपाध्याय, पूर्व अध्यक्ष, बाल न्यायालय, जौनपुर रहे। कार्यक्रम का प्रारंभ
कार्यक्रम अध्यक्ष, विशिष्ट अतिथि, तथा मुख्य अतिथि एवं अन्य सम्मानित
अतिथियो का स्वागत कार्यक्रम के आयोजक एवं जिलाध्यक्ष अभिषेक कुमार ने
माल्र्यार्पण कर किया। कार्यक्रम को विशिष्ट अतिथि यशपाल गुप्ता ने सबोधित
करते हुए कहा कि आज समाज में मानवाधिकार का क्षरण नित्य प्रतिदिन हो रहा है
और जरूरी है इस क्षरण के कारण का अंत करना, मानवाधिकार का उद्देश्य केवल
अपने अधिकारो का रक्षण करना नहीं अपितु दूसरो के अधिकारो का रक्षण करना
होना चाहिए। इसके उपरांत कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डाॅ पी.सी. विश्वकर्मा
ने कार्यक्रम को संबोधित वसीम बरेलवी के शेर ‘‘इस घर को सजाने का तसव्वुर
तो बहुत बाद का है, पहले तय हो कि इस घर का बचाएंगे कैसे। इसके बाद उन्होने
मानवाधिकार को व्याख्ति करते हुए कहा कि आज मानवाधिकार के तहत हमें कई
अधिकार प्राप्त है पर हम उन अधिकारो का उपयोग कैसे करते है ये जरूरी है,
मानवाधिकार के विकास क्रम को उन्होने बताया कि विश्व में मानवाधिकार का
उद्भव ब्रिटेन के मैग्नार्काटा जारी करने से लेकर 1945 मे यू.एन.ओ. की
स्थापना तक कई देशो द्वारा अपने अपने तरीके से मानवाधिकार को अंगीकार किया
जाता रहा एवं अन्य देशो के मानवाधिकार को अंगीकार कर लेने के उपरांत
यू.एन.ओ. ने 10 दिसंबर 1948 को अंर्तराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस घोषित किया
गया जिसके पश्चात सन् 1993 में भारत द्वारा भी मानवाधिकार को अपना लिया
गया। उन्होने बताया कि सरकारी मानवाधिकार आयोग के बाद भी कई ऐसी संस्थाएं
है जो विश्व स्तर पर मानवाधिकारो के संवर्घन के लिए कार्य करती है इसके
पश्चात् मानवाधिकारो के तहत क्या क्या अधिकार हमे प्राप्त है एवं संविधान
तथा मानवअधिकारो में उल्लेखित विषय एवं क्षेत्रो से सभी के अवगत कराया एवं
संस्था के सदस्यो को मानवाधिकरो के प्रति संवेदनशील रहने की ताकीद भी दी।
इसके बाद कार्यक्रम के अध्यक्ष संजय उपाध्याय ने कहा कि हम सभी को मिलकर
मानवाधिकार का संरक्षण करना होगा हमें अपनी सोच को बदलना होगा समाज में
प्रतिदिन कई महिलाएं एवं बच्चे अव्यवस्थित अवस्था में दिखते है हमारा फर्ज
है कि हम उन्हे सहायता प्रदान करे तथा अगर कही कोई घटना अथवा दुर्धटना घट
जाती है तो प्रभावित व्यक्ति को सहायता देकर ही मानवाधिकार की रक्षा होगी।
इसके पश्चात अतिथि के रूप मे अमरनाथ मोदनवाल ने कहा कि हमें अपने अधिकारो
के साथ ही दूसरो के अघिकारो का रक्षण करना चाहिए इसी क्रम मे डाॅ दिवाकर
गुप्ता ने कहा कि प्रत्येक मनुष्य को अपने अधिकारो का जानकर स्वतः उसका
रक्षण करना पडेगा । इसके उपरांत कार्यक्रम को डाॅ अमित कुमार गुप्ता, डाॅ,
पी. के. संतोषी, डाॅ आर. के. जायसवाल, डाॅ अश्विनी कुमार गुप्ता, विश्व
प्रकाश श्रीवास्तव (दीपक) पत्रकार, राहुल गांधी, सुधांशु गुप्ता एवं राज
सैनी, ने भी मानवाधिकारो पर संबोधित किया। इस अवसर पर रविशंकर, महेन्द्र
नाथ श्रीवास्तव, कैलाश नाथ, आनन्द, अमित, चंद्रेश गुप्ता, विवेक मोदनवाल,
विवेक सोनकर सहित तमाम गणमान्य उपस्थित रहे। आगन्तुको के प्रति आभार संस्था
के जिलाध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष द्वय अभिषेक कुमार एवं विश्व प्रकाश
श्रीवास्तव ने जताया एवं संचालन डाॅ अमित कुमार गुप्ता ने किया।