धार्मिक संस्थाओं के द्वारा चलाए जा रहे स्कूल बनी शिक्षा बाजार का माल : रमेश यादव
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जौनपुर।
विकास खंड करंजाकला क्षेत्र के पयागपुर में सबको शिक्षा, समान शिक्षा
अभियान के अंतर्गत एक संगोष्ठी एवं जागरूकता रैली का आयोजन किया गया।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए अभियान के प्रभारी सामाजिक कार्यकर्ता रमेश
यादव ने कहा कि हमारे देश में जब तक एक तरह की शिक्षा प्रणाली नहीं लागू
होगी तब शिक्षा में ऊंच-नीच भेदभाव खत्म नहीं होगा हर बच्चे को समान स्कूल
समान शिक्षा लेने अधिकार है।
आगे उन्होंने कहा कि आज हमारे समाज
में अत्यधिक मांगे कन्वेंट स्कूल, अंग्रेजी माध्यम के स्कूल, इंटरनेशनल
स्कूल, नवोदय विद्यालय, केंद्रीय विद्यालय, धार्मिक संस्थाओं के द्वारा
चलाए जा रहे स्कूल भी है शिक्षा बाजार का माल बन गई है जिसके पास जितना
पैसा उसी हैसियत में शिक्षा ले ले इन्हीं स्कूलों में नवोदय विद्यालय,
केंद्रीय विद्यालय, सैनिक स्कूल तो सरकार ही चलाती है और अच्छी तरह से
चलाती है समाज में इन स्कूलों की प्रतिष्ठा भी हैं सवाल यह है कि जब सरकार
इतनी सफलतापूर्वक इन स्कूलों को चला सकती है तो सरकारी प्राइमरी, जूनियर और
माध्यमिक स्कूलों की हालत इतनी दयनीय क्यों है इसके लिए हम लोगों को एकजुट
होकर सबको शिक्षा समान शिक्षा की मांग करनी चाहिए। लोगों ने एक स्वर में
कहा कि हम उसी प्रत्याशी को वोट करेंगे जो हमारे लिए शिक्षा, स्वास्थ्य के
लिए बेहतर काम करेगा आने वाले प्रत्याशी को हम अपने गांव में यह वादा
करायेगे कि हम आपको तभी वोट देंगे जब आप पूरे देश में एक तरह की शिक्षा
व्यवस्था लागू करेंगे।
संस्था ग्रामीण विकास एवं प्रशिक्षण
संस्थान से जुड़ी हुई पूजा यादव ने कहा कि वोट देना सबका अधिकार है, वोट
अवश्य दें, वोट के दिन सबसे पहले वोट दें एक-एक वोट से देश की दिशा और दशा
बदलती है। झूठ बोलने वाले प्रत्याशी को वोट नहीं देना चाहिए यदिकोई
प्रत्याशी लालच देकर, झूठ बोलकर आप का किमती वोट ले लिया तो आप 5 साल तक
पछताएंगे आप सब निडर और निर्भीक होकर मतदान करें यदि प्रत्याशी भय पैदा कर व
लालच देकर वोट प्राप्त करना चाहता है तो इसकी शिकायत जिला निर्वाचन
अधिकारी से कर सकते हैं। शिकायतकर्ता की पहचान गुप्त रहेगी उन्होंने कहा
कि सबसे पहले वोट दे, सारा काम छोड़ दे। लोकतंत्र की यही पुकार वोट देना
सबका अधिकार इस अवसर पर गांव के सैकड़ों महिलाओं पुरुषों ने संगोष्ठी में
भाग लिया।