कोरोना संक्रमित अधिवक्ता से अभद्रता को लेकर आक्रोश
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जौनपुर : दीवानी न्यायालय के दो अधिवक्ताओं के कोरोना पाजिटिव होने के बावजूद न तो न्यायालय बंद हुआ,न परिसर का सैनिटाइजेशन किया गया जिससे संक्रमण फैलने की पूरी संभावना है। अधिवक्ता रामसकल यादव के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बावजूद उनसे दुर्व्यवहार व उचित इलाज न होने से अधिवक्ता आक्रोशित हैं।एल्डर कमेटी ने डीएम को प्रस्ताव भेजकर मांग किया कि हॉस्पिटल में अधिवक्ता के खाने-पीने व इलाज की व्यवस्था न होने से वह मानसिक तनाव में है और उसके जीवन को खतरा है, उसे होम क्वॉरेंटाइन कराया जाए।इसके अलावा अधिवक्ता प्रकाश तिवारी भी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।
अधिवक्ता रामसकल ने फोन पर बताया तथा बार में दरखास्त भी दी गई कि सर्दी जुकाम की शिकायत पर वह मंगलवार शाम जिला चिकित्सालय जाकर कोरोना की जांच कराए।पहली बार रिपोर्ट निगेटिव आई।दोबारा फिर डॉक्टर ने जांच कराया और रिपोर्ट पॉजिटिव निकली।डॉक्टर ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए उन्हें रोककर आइसोलेशन में रखा।दूसरे दिन चिकित्साधिकारियों को बताने के बावजूद भी कि उनके पास दो घर है वह होम क्वॉरेंटाइन में रह सकते हैं, इसके बाद भी उनसे अभद्रता करते हुए जबरन एंबुलेंस में अन्य मरीजों के साथ बैठा कर जलालपुर के रेहटी स्थित L2 हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।जहां न तो उनका समुचित इलाज किया जा रहा है न भोजन की व्यवस्था है। अपने घर से मंगा कर वह भोजन कर रहे हैं।कोई सुनवाई नहीं हो रही है। समुचित इलाज न होने पर उनकी मृत्यु हो सकती है।