बेटी का शव घर ले जाने के लिए घंटो विनती करता रहा गरीब पिता , डाक्टर बोले डीजल भरवाओ तो मिलेगा एबुलेंस
जौनपुर। भाजपा सरकार दावा करती है कि अस्पतालो में मरीजों का इलाज करने की मुक्कमल व्यवस्था है तथा मरीजो को घर से ले आने और घर पहुंचाने के लिए 24 घंटे एबुलेंस सेवाएं उपलब्ध है। लेकिन जौनपुर में एक गरीब पिता अपने 15 वर्ष की पुत्र का शव घर ले जाने के लिए घंटो अस्पताल में हलाकान रहा लेकिन उसे एबुलेंस नही मिला बाद में वह किसी तरह प्राईवेट वाहन करके शव को घर ले गया। उसका आरोप है कि वह डाक्टर से एबुलेंस की मांग किया तो डाक्टर ने उससे ही एबुलेंस में डीजल भरवाने का फरमान जारी कर दिया। इस मामले पर राज्यमंत्र गिरीश चंद्र यादव से बात किया गये तो उन्होने इस मामले की जांच सीडीओ को सौप दिया है।
मीरगंज थाना क्षेत्र के भोज का पुरा गांव के निवासी रमाकांत के 15 वर्षीय पुत्री मीना को गुरूवार को एक जहरीले सांप ने डस लिया। इलाज के लिए परिवार वाले शाम करीब सात बजे जिला अस्पताल ले आये। इलाज के दरम्यान उसकी मौत हो गयी। पिता अपने बेटी का शव घर ले जाने के लिए डाक्टरो से एबुलेंस की मांग करता रहा , कई घंटे विनती करने के बाद भी उसे एबुलेंस नही मिला तो वह प्राईवेट वाहन से अपनी लाडली का शव लेकर घर गया। पिता ने कहा कि बड़े डाक्टर से एबुलेंस मुहैया कराने का निवेदन किया तो उन्होने कहा कि सरकार तेल का पैसा नही देती है आप खुद एबुलेंस में तेल डलवा सकते हो तो एबुलेंस मिलेगी।
उधर इस मामले पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा़ ए के शर्मा से बात किया गया तो उन्होने बताया कि मेरे पास दो शव वाहन है दोनो फील्ड में गया हुआ था जिसके कारण देर हो रही थी। वे इंतजार नही किये किसी प्राईवेट वाहन से शव घर लेकर गये। रमाकांत के आरोप पर सफाई पेश करते हुए कहा कि अगर ऐसी बात थी तो उसे मुझसे मिलना चाहिए था, वह दुःखी होकर गया है आरोप लगाना का उसका अधिकार है।
इस मामले पर नगर विधायक व सूबे नगर आवास विकास मंत्री गिरीश चंद्र यादव से बातचीत किया गया तो उन्होने तत्काल इसकी जांच मुख्य विकास अधिकारी को सौप दिया उन्होने कहा कि जांच में जो भी दोषी पाया जायेगो उसके खिलाफ काईवाई किया जायेगा।