प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर 2000 गर्भवती की हुई प्रसव पूर्व जांच
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जौनपुर : प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर सोमवार को जिले की लगभग 2000 गर्भवती की निःशुल्क प्रसव पूर्व जाँच (एएनसी) की गई। अभियान को सफल बनाने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. लक्ष्मी सिंह ने सभी ब्लाक पर पर्यवेक्षकों की तैनाती की थी। आशा कार्यकर्ताओं ने गर्भवती को स्वास्थ्य केंद्रों तक लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सीएमओ ने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस हर महीने की नौ तारीख को मनाया जाता है लेकिन इस बार नौ तारीख को रविवार के अवकाश की वजह से 10 जनवरी को मनाया गया। अभियान के तहत चिकित्सक सभी ब्लाक स्तरीय स्वास्थ्य इकाइयों पर गर्भवती के स्वास्थ्य की जांच करते हैं और उन्हें स्वास्थ्य संबंधी सलाह भी देते हैं। इस दौरान उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) वाली महिलाओं को भी चिह्नित किया जाता है जिससे कि उनके सुरक्षित प्रसव की व्यवस्था कराई जा सके।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) सत्यव्रत त्रिपाठी ने बताया कि अभियान के तहत जिले के 21 ब्लाक, जिला अस्पताल तथा शहर के तीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर जांच की व्यवस्था की गई थी। इस दौरान करीब 2000 गर्भवती की जांच हुई, जिसमें से लगभग 150 उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) की श्रेणी में चिन्हित की गईं।
इस अभियान का उद्देश्य है कि गर्भवती की प्रसव पूर्व कम से कम एक बार मेडिकल आफिसर की निगरानी में जांच हो । जांच के दौरान विशेषकर लक्षित महिलाओं (द्वितीय और तृतीय त्रैमास वाली गर्भवती) को प्राथमिकता दी जाती है। द्वितीय और तृतीय त्रैमास में गर्भवती को प्रसव पूर्व तथा स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं का ज्यादा सामना करना पड़ता है। इसके चलते ही इनकी जांच मेडिकल आफिसर (एमबीबीएस या प्रसूति रोग विशेषज्ञ) द्वारा की जाती है। इस दौरान गर्भवती के पेट से जुड़ी जांचें, ब्लड टेस्ट, हीमोग्लोबिन, यूरिन, शुगर, सिफलिस, एचआईवी आदि की जांच की जाती है। जांच के दौरान ही उच्च जोखिम गर्भावस्था वाली महिलाएं चिन्हित की जाती हैं और उनके सुरक्षित प्रसव की व्यवस्था कराई जाती है। इसके लिए उन्हें प्रसव के दौरान उच्च चिकित्सा इकाइयों में रेफर किया जाता है। उच्च जोखिम वाली महिलाओं को गंभीर रक्त अल्पता, उच्च रक्तचाप, कम वजन, डायबिटीज, एचआईवी पाजिटिव तथा 35 साल से अधिक की उम्र में गर्भधारण आदि श्रेणियों में पहचान की जाती है।
यह कहना है लाभार्थियों का ---
मछलीशहर ब्लॉक अंतर्गत अहमदपुर अपने मायके से आईं मुंगराबादशाहपुर के पुरेवपुर की पूजा पटेल (26) दूसरी बार गर्भवती थीं और मछली शहर में दिखाने आईं थीं। गर्भावस्था का आठ महीने पूरा हो चुका है। उनकी सभी जांंचें हुईं। खून की कमी थी जिसके लिए उन्हें उचित खानपान की सलाह दी गई। उन्हें कैल्शियम और आयरन की गोली तथा मल्टी विटामिन का टैबलेट मिला। वह स्वास्थ्य व्यवस्था से बहुत खुश थीं।
रामनगर ब्लाक अंतर्गत तृतीडीह की साधना (28) ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंंद्र (सीएचसी) पर ब्लड, हार्ट बीट की जांच कराई तथा कोविड वैक्सीन की की सेकेंड डोज लगवाई। उन्होंने दूसरी बार गर्भधारण किया है और आठ माह का गर्भ है।