चुनावी विगुल बजते ही सत्ताधारी दल के कार्यकर्ताओं ने खोला अपने पार्टी के नेताओ के खिलाफ मोर्चा
चुनाव की रणभेरी बजते ही भाजपा के जमीनी कार्यकर्ताओं समेत लगातार तीन बार से अपने कार्यशैली के चलते अपने वार्ड से भाजपा के सभासद चुने जाने वाले नेताओं ने भी सोशल मीडिया पर माननीय के खिलाफ भड़ास निकालना शुरू कर दिया है। राजनीति के पण्डितों के अनुसार जो व्यक्ति लगातार तीन बार अपने वार्ड का सभासद चुना जाता है वह बहुत ही कुशल नेता होता है। ऐसा खाटी कार्यकर्ता जब किसी नेता के खिलाफ सार्वजनिक रूप से ऐलाने जंग छेड़ देता है तो उसका अंजाम ठीक नही होता है।
तीन बार से लगातार सभासद चुने जाने वाले मुकेश सिंह ने तो शायराना अंदाज में अपने पार्टी के नेता पर सोशल मीडिया में तंज कशा तो यह पोस्ट जमकर वायरल होने लगी है। लोगो का भरपूर समर्थन मिला, इसके अलावा तमाम बीजेपी के खाटी कार्यकर्ता चट्टी चौराहे पर खुले आम उक्त नेता का विरोध कर रहे है। ऐसे में यदि पार्टी ने पुनः उक्त नेता को दाव लगाती है तो अंजाम क्या होगा इसका अंदाजा आप लोग खुद लगा सकते है।
अगर बीजेपी को सूबे में पूर्ण बहुमत से पुनः सरकार बनाना है तो जमीनी कार्यकर्ताओं की मंशा के अनुसार ही अपने प्रत्याशी का चयन करना होगा।
यह हालात केवल एक सीट पर नही बल्की बीजेपी के कब्जे वाली सभी सीटो पर है। उधर समाजवादी पार्टी के परम्परागत सीटों पर भी यह जंग शुरू है लेकिन अभी तक यह पार्टी के भीतर ही जारी है।