शहर के मोहल्ला सिपाह मे जलसा सिरतुल नबी का हुआ आयोजन
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जौनपुर। जलसा सिरतुल नबी(स0)एवं मदहे सहाबा(रजी) का आयोजन
अराकिने कमेटी मुहम्मदीया मोहल्ला बागे अरब सिपाह मे हाजी मौलाना मुब्द्दशर की सदारत में हुआ।
जलसे की सरपरस्ती बाराबंकी से आये हुए हजरत मौलाना सलीम साहब ने की। जिसमे दिल खैराबादी,हनीफ अन्सारी,साजिद अलीम ने अपने नातिया कलाम से महफील मे शमा बाँधी।इस मौके पर मदरसा हुसैनिया लाल दरवाजा के मौलाना ने जोशिले तकरीर की और सिरते रसुले पाक को बयान किया।अपनी तकरीर मे मौलाना अजीजुर्रमान ने बताया की जब दुनिया मे कुफ्र और जाहिलीयत अपने चरम पर थी और चारो और गुनाहो एवं आरजकता का बोलबाला था ऐसे मे आखिरी नबी मोहम्मद सल्ल0 की पैदाइश हुई और उन्होने जब अपनी नबुअत का ऐलान किया तो सारे अरब मे खलबली मच गई और जो लोग उनके साथ थे वही रातो रात दुश्मन हो गये।दुश्मन होते भी क्यों न क्योंकि हुजूर ने उन्हें शराब,नशे,शिर्क,बूरी आदते,बईमानी,से रोका और एक ईश्वरवाद की तरफ बुलाया।बहुत कठिनाईयो और सब्र को दिखाते हुए हुजूर ने इस्लाम को मक्का से लेकर मदीना तक फैलाया।इस्लाम को पुरी दुनिया मे फैलाने के लिए हुजुर के खानदान उनके नवासो और सहाबाओ ने बड़ी कुर्बानी दी आखिर में मौलाना ने नसीहत दी की हम को भी आज इस्लाम के बताये रास्ते पर चल कर ही इस्लाम की अच्छी छवी देश व दुनिया मे दिखाना है।आखिर मे लखनऊ से आये हुए मौलाना अब्दुल अली फारूखी ने देश और दुनिया मे शांति,समृद्धि,के लिए दुआ माँगी।प्रोग्राम का संचालन दिल्ली से आये हुए मौलाना खुबैद साहब ने किया।
इस मौके पर सदर विधायक नदीम जावेद,शेख सलाउद्दीन,आजम खान, डा यूसुफ अंसारी,कमाल आजमी,तारिक इकबाल ,अनवारूल हक गुड्डू,जिशान खान,रियाज अहमद,गुल्जार अहमद,शहजादे इत्यादि लोग मौजूद रहे।