पत्नी के बाद बच्चे के अंतिम संस्कार के लिए चक्कर काट रहा है पिता
https://www.shirazehind.com/2018/07/blog-post_19.html?m=0
जलालपुर। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के बगल में स्थित यशलोक हॉस्पिटल में जच्चा
बच्चा की मौत के बाद पुलिस ने जच्चा का पोस्टमार्टम करने के बाद परिजनों
को सौंप दिया और पीड़ित पति के तहरीर पर हॉस्पिटल के डॉक्टर के विरुद्ध गैर
इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर डॉक्टर की तलाश में जुट गई है।
पत्नी
के अंतिम संस्कार के बाद पिता अपने बच्चे के शव के अंतिम संस्कार के लिए
हॉस्पिटल का चक्कर लगा रहा है परंतु चार दिन बीत जाने के बाद भी हॉस्पिटल
के डॉक्टर द्वारा गयब किया गया बच्चा आज भी उसे नहीं मिला पाया।
पुलिस भी जच्चा का पोस्टमार्टम करने के बाद बच्चे का पोस्टमार्टम कराना उचित नहीं समझा।
पीड़ित
पति के अनुसार 29 जून को रेहटी दलित बस्ती की निवासिनी मीना(30) पत्नी
पिन्टू गौतम लगभग छः माह की प्रेग्नेंट थी। पेट में दर्द होने के बाद पति
पिंटू ने उसे पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जलालपुर में दिखाया जहां पर
डॉक्टरों ने चेक करने के बाद उसे प्राइवेट हॉस्पिटल यशलोक में दिखाने को
कहा। पिंटू है पत्नी को यशलोक हॉस्पिटल मे भर्ती करा दिया।चिकित्सक ने
परिजनो को सलाह दी कि 25 हजार लगेगा और आपरेशन कर बच्चा निकालना
होगा।परिजनों ने 20 हजार जमाकर चिकित्सक को आपरेशन करने की मंजूरी दे
दी।सायंकाल आपरेशन के दौरान मृत बच्चा पैदा हुआ और मां की हालत भी जब
अत्यधिक खराब हो गयी तो उसे जिला अस्पताल जौनपुर के लिये रेफर कर दिया।
जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था उसके बाद परिजनों ने
हॉस्पिटल में आकर जमकर तोड़फोड़ किया था।