मानक की अनदेखी कर बस रही कालोनी से जल निकासी बाधित
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जौनपुर।
मछलीशहर नगर में खाली पड़ी कृषि भूमि व नगर से सटे गांवों की कृषि भूमि पर
बिना नक्शा पास कराये ही कालोनी का निर्माण किया जा रहा है। इस तरह से
बसायी जा रही कालोनी से जल निकासी बाधित हो रही है। नयी कालोनी की भूमि के
90 प्रतिशत भाग पर मकान बन रहे हैं जबकि नियमानुसार 60 प्रतिशत भाग पर मकान
बनना चाहिये। बाकी भू-भाग का उपयोग पार्क, सड़क, नाली आदि में किया जाना
चाहिये। बता दें कि नगर क्षेत्र सहित ग्रामीण इलाकों में प्लाटिंग करके नयी
कालोनी बसायी जा रही है जिसके चलते जल निकासी की बहुत बड़ी समस्या खड़ी हो
रही है। अधिक से अधिक फायदा लेने के चक्कर में प्लाटर खरीदे गये 90 प्रतिशत
भू-भाग का उपयोग मकान बनाने में कर रहे हैं। केवल सड़क के लिये 10 प्रतिशत
भाग छोड़ रहे हैं। जानकारों का कहना है कि नियमानुसार पार्क, नाली, सड़क आदि
के लिये प्लाटिंग स्थल के 40 प्रतिशत भाग का उपयोग किया जाता है। बाकी 60
प्रतिशत भाग पर ही मकान बनाये जाते हैं। इसकी निर्माण योजना का मानचित्र
नगर में नगर पंचायत व ग्रामीण इलाकों में जिला पंचायत से स्वीकृत करवाने के
बाद ही कालोनी बसायी जाती है। नयी कालोनी बसाते समय जल निकासी का विशेष
ध्यान रखा जाता है। अब नगर क्षेत्र से सटे इलाके में बन रही कालोनी के चलते
सराय युसुफ गांव की जल निकासी बाधित हो रही है। इधर रोडवेज के पास व
मीरपुर गांवसभा में भी बिना मानक के मनमाने तरीके से बिना नक्शा पास कराये
प्लाट बेच दिये गये जिन पर अब नगर पंचायत द्वारा आपत्ति की गयी है। सराय
यूसुफ गांव सहित अन्य इलाकों में बने नये मकानों के कारण जल निकासी की
समस्या उठ रही है जिसे लेकर ग्रामीण अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर
समस्या के समाधान की मांग कर रहे हैं। अब देखना है कि प्रशासन मामले को
कितनी गम्भीरता से लेता है।