जौनपुर। गरीब एवं बेसहारा परिवारों को बीमारी की हालत में लाचारी से मुक्ति दिलाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री द्वारा आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना शुरू की गयी। मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के माध्यम से यह सुनिश्चित किया गया कि जिन गरीब एवं पात्र परिवारों का नाम आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के पात्रता सूची में सम्मिलित नहीं हैं उनके नाम मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के अन्तर्गत जोड़े जायेंगे एवं उन्हें भी आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की तरह रू0 05 लाख तक का मुफ्त इलाज सूचीबद्ध चिकित्सालयों में कराने का लाभ दिया जायेगा। मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के क्रियान्वयन का उत्तरदायित्व स्वास्थ्य विभाग के अधीन स्थापित संस्था स्टेट एजेंसी फार कम्प्रेहेंसिव हेल्थ एण्ड इन्टीग्रेटेड सर्विसेज (साजीज) को सौंपा गया। साचीज की पहल पर बहुत ही कम समय में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में सर्वे का कार्य कराते हुए लगभग 10 लाख परिवारों को चिन्हित करते हुए उन्हें योजनान्तर्गत आच्छादित करने का कार्य पूर्ण किया गया। अब योजना के लागू हो जाने से वंचित परिवार इलाज के लिए अस्पतालों में पहुँचने लगे हैं।
पात्र परिवारों को योजना का लाभ लेने के लिए अपने साथ आधार कार्ड इत्यादि के साथ राशन कार्ड अथवा प्रधानमंत्री जी या मुख्यमंत्री द्वारा प्रेषित पत्र साथ ले जाना आवश्यक है। चिन्हित परिवारों के सदस्यों की संख्या तथा आय सीमा का कोई बन्धन नहीं है। बालिकाओं, महिलाओं एवं वरिष्ठ नागरिकों को प्राथमिकता है। पुरानी बीमारियों का इलाज भी संभव है।
पात्र परिवारों को योजना का लाभ लेने के लिए अपने साथ आधार कार्ड इत्यादि के साथ राशन कार्ड अथवा प्रधानमंत्री जी या मुख्यमंत्री द्वारा प्रेषित पत्र साथ ले जाना आवश्यक है। चिन्हित परिवारों के सदस्यों की संख्या तथा आय सीमा का कोई बन्धन नहीं है। बालिकाओं, महिलाओं एवं वरिष्ठ नागरिकों को प्राथमिकता है। पुरानी बीमारियों का इलाज भी संभव है।
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