टमाटर का भाव चढा सातवें आसमान पर , प्याज निकाल रहा लोगों के आसू
http://www.shirazehind.com/2017/12/blog-post_203.html
नानकचंद्र त्रिपाठी
मुंगराबादशाहपुर ( जौनपुर ) । नगर मे दिसम्बर महीने के दूसरे सप्ताह में भी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। रोजमर्रा की जरूरतों में सुमार सब्जियों ने थाली का स्वाद खराब कर रखा है। प्याज और टमाटर के दाम में कोई कमी देखने को नहीं मिल रही है , इसके अलावा खुदरा बाजार में सब्जियों के रेट में काफी बड़ा अंतर लोगों को दिखायी पड़ रहा है। नगर की मंडी में बुधवार को सब्जियों की महंगाई का आलम यह रहा की थोक मंडी से खुदरा बाजार में सब्जी आने पर काफी दामों में अंतर लोगों को देखने को मिल रहा है । हर सब्जी के दाम मैं काफी अंतर है जब यही सब्जियां दूरदराज के क्षेत्रीय गांव के इलाकों में पहुंचती हैं तो यह अंतर खासा बढ़ जाता है । जहां क्षेत्र मे इन दिनों प्याज 45 रूपय, टमाटर 50 रुपए, मटर 50 रुपए , पालक 20 रुपए, गाजर 50 रूपय ,सोया 50 रुपए , लहसुन 65 रुपए मे बिक रहा है ,। वही धनिया भी अपने शबाब पर है । इन महगाईयो के चलते सामान्य तथा गरीब लोगों की थालियों से काफी किस्म की सब्जियां दूर देखी जा रही है। इस बाबत सब्जी के फुटकर बिक्री करनेवालों का कहना है कि जिस कीमत पर सब्जी मिलती है, उसी के अनुसार बेची जाती है।
मुंगराबादशाहपुर ( जौनपुर ) । नगर मे दिसम्बर महीने के दूसरे सप्ताह में भी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। रोजमर्रा की जरूरतों में सुमार सब्जियों ने थाली का स्वाद खराब कर रखा है। प्याज और टमाटर के दाम में कोई कमी देखने को नहीं मिल रही है , इसके अलावा खुदरा बाजार में सब्जियों के रेट में काफी बड़ा अंतर लोगों को दिखायी पड़ रहा है। नगर की मंडी में बुधवार को सब्जियों की महंगाई का आलम यह रहा की थोक मंडी से खुदरा बाजार में सब्जी आने पर काफी दामों में अंतर लोगों को देखने को मिल रहा है । हर सब्जी के दाम मैं काफी अंतर है जब यही सब्जियां दूरदराज के क्षेत्रीय गांव के इलाकों में पहुंचती हैं तो यह अंतर खासा बढ़ जाता है । जहां क्षेत्र मे इन दिनों प्याज 45 रूपय, टमाटर 50 रुपए, मटर 50 रुपए , पालक 20 रुपए, गाजर 50 रूपय ,सोया 50 रुपए , लहसुन 65 रुपए मे बिक रहा है ,। वही धनिया भी अपने शबाब पर है । इन महगाईयो के चलते सामान्य तथा गरीब लोगों की थालियों से काफी किस्म की सब्जियां दूर देखी जा रही है। इस बाबत सब्जी के फुटकर बिक्री करनेवालों का कहना है कि जिस कीमत पर सब्जी मिलती है, उसी के अनुसार बेची जाती है।