बीजेपी का चार टिकट फाइनल होते ही चढ़ा सियासी पारा, भाजपा विधायको को देनी होगी अग्नि परीक्षा
गुरूवार को समाजवादी पार्टी ने अपने दो वर्तमान, एक पूर्व विधायक व एक पूर्व सांसद को प्रत्याशी घोषित किया। जिसमें बदलापुर विधानसभा से पूर्व विधायक ओमप्रकाश उर्फ बाबा दुबे को टिकट मिला। मल्हनी से विधायक लकी यादव,शाहगंज से विधायक शैलेन्द्र यादव ललई और केराकत सुरक्षित से पूर्व सांसद तुफानी सरोज को सपा मुखिया ने मैदान में उतारा है।
उधर शुक्रवार को भाजपा ने बदलापुर सीट पर विधायक रमेश मिश्रा, सदर सीट पर मंत्री गिरीश चंद्र यादव, जफराबाद से विधायक हरेन्द्र प्रताप सिंह और केराकत सुरक्षित सीट पर विधायक दिनेश चौधरी को पुनः उम्मीदवार घोषित किया है। भाजपा और सपा द्वारा चार सीटो पर प्रत्याशी मैदान में उतारने से कड़ाके की ठण्ड में सियासी पारा गरमा गया है। दोनो पार्टियों के उत्साहित कार्यकर्ता अपने अपने प्रत्याशी की जीत पक्की करने के लिए ताकत झोक दिया है।
भाजपा विधायको को इस चुनाव में कड़ी टक्कर मिलने की उम्मीद जतायी जा रही है। इन माननीयों के कार्यकाल में कुछ जनता विकास कम होने तो कोई अपना निजी फायदा न होने से नाराज है। सबसे अधिक परीक्षा मंत्री गिरीश चंद्र यादव को देना पड़ेगा। उन्होने जनता को राहत देने और गोमती नदी को प्रदूषण से मुक्त दिलाने के लिए करोड़ो की लागत वाली अमृत योजना और एसटीपी योजना लाया था। लेकिन कार्य में शुरूआती दौर से भ्रष्टाचार का आरोप व इस कार्य की धीमी गति के कारण जनता को एक वर्ष से अधिक समय तक परेशानियां झेलनी पड़ रही है। जिससे कारण मतदाओं में खासा गुस्सा है। उधर करीब 15 दिनों से इनके खिलाफ तमाम आरोप लगाते हुए खुद बीजेपी के कार्यकर्ताओं विरोध कर रहे है।
फिलहाल बीजेपी ने उन्हे प्रत्याशी बना दिया है जनता जनार्दन क्या फैसला करती है यह तो दस मार्च को मतगणना के बाद पता चल पायेगा।