दुनिया में किरदार ऐसा निभाओ कि लोग हमेशा याद करें:मौलाना यूसुफ
अंजुम जौनपुरी भी उनमें से एक थे जिन्होंने अहलेबैत की शान में तमाम कसीदे व रूबाईयां लिखने के साथ ही कई दर्द भरे नौहे लिखे व पढ़े थे। आज वो हम लोगों के बीच नहीं है पर उनकी यादें कलाम व नौहे व मर्सिये की शक्ल में जिंदा है। मौलाना ने कहा कि कर्बला हमें न सिर्फ हक पर चलने का रास्ता दिखाती है बल्कि बातिल के खिलाफ आवाज उठाने की ताकत भी देेती है ऐसे में हम लोगों को चाहिए कि अपने वालेदैन की हमेशा खिदमत करते रहें क्योंकि वही जन्नत जाने का सीधा रास्ता दिखाता है। इससे पूर्व सोजखानी सैयद गौहर अली जैदी व उनके हमनवा ने पढ़ी। पेशखानी रिजवान व जमीर बनारसी, शादाब एवं वहदत जौनपुरी ने किया। इस मौके पर रज़ी आब्दी, मसूदुल हसन, फहमी आब्दी, अजमी आब्दी, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष फैसल हसन तबरेज, नीरज राय, सभासद सदफ हैदर, मुफ्ती दानिश काजमी, मोहम्मद असलम नकवी, मास्टर मोहम्मद हसन पूर्व प्रधानाचार्य, नजमुल हसन नजमी, सै.हसनैन कमर दीपू, सैयद अफसर हसन, सैयद शहंशाह आब्दी, सैयद मुस्तफा शम्सी, सैय्यद रूमी आब्दी वस्ती रजा, मोहम्मद अब्बास आदि लोग मौजूद रहे,आभार मुफ्ती हाशिम मेंहदी ने प्रकट किया।