डीएम ने चखा एमडीएम का खाना ,परखा शिक्षा की गुणवक्ता
इस दौरान जिलाधिकारी के द्वारा कक्षा 05 के छात्र अंश एवं कक्षा 01 की छात्रा करुना से गणित के सवाल एवं उनका नाम ब्लैक बोर्ड पर लिखवाया। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि एआरपी के द्वारा नियमित रूप से नगर क्षेत्र के विद्यालयों की जांच की जाए और बच्चों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना सुनिश्चित किया जाए। बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया कि सूचना दें कितने विद्यालयों में सिलेंडर पर खाना बन रहा है।
इस दौरान जिलाधिकारी के द्वारा मिड-डे-मील में बने खाने को खाकर खाने की गुणवत्ता की जाँच की। अभिनव प्राइमरी स्कूल मीरपुर के निरीक्षण के दौरान पाया कि विद्यालय में कुल 393 बच्चे नामांकित है। उन्होंने कक्षा 3 के अंश चौरसिया एवं अनुज से गणित के सवाल हल करवाएं। उन्होंने मिड डे मील में दी जा रही खाने की गुणवत्ता की जांच की और प्रभारी प्रधानाध्यापक मुकेश सिंह को निर्देशित किया कि बच्चों को नाखून काटना, हाथ धोने का तरीका सहित अन्य मूल-भूत आदते सीखाई जाय, ताकि वह अभी से अपने जीवन में उतार सके। जिलाधिकारी ने नए क्लास का प्रस्ताव देने के भी निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने कहा कि जन सहयोग एवं पुरातन छात्रों के द्वारा स्कूलों का कायाकल्प कराया जाएं।
इस अवसर पर डीसी निर्माण रजा हसन, मिड-डे-मील के इंचार्ज अरुण मौर्य, सहायक अध्यापिका नीति सिंह, शिक्षा मित्र कमलेश कुमारी सहित अन्य उपस्थित रहे।