अपने नन्हे मुन्ने बच्चो की जान हथेली पर लेकर नौका विहार करते दिखा एक परिवार

जौनपुर। आदि गंगा गोमती में अब नौका विहार शुरू हो गया है , सद्भावना पुल से लेकर शाहीपुल तक एक प्राइवेट व्यक्ति इलेक्ट्रॉनिक बोट से पैसे लेकर शौकीनों को यह सुविधा उपलब्ध करा रहा है , लेकिन लोग अपनी शौक पूरी करने के लिए अपने नन्हे मुन्नों बच्चों जान जोखिम में भी डाल रहे है। ऐसा ही नजारा दिखा गोमती नदी में ।
सद्भावना पुल के उत्तरी छोर से संचालन हो रहे नौका विहार स्थल पर काफी लोग इसका लुफ्त लेने के लिए पहुंचे थे, इसी शामिल एक कुनबे के पति , पत्नी और दो छोटे बच्चे नौका विहार करने पहुंचे, बोट संचालन ने पति, पत्नी और एक बच्चे को सुरक्षा कवच्छ पहनाया लेकिन सबसे छोटे बच्चे के नाप का जैकेट न होने कारण उसे वगैर सुरक्षा कवच्छ के ही नाव पर सवार कराकर तेजगति से शाहीपुल तक गया फिर उसी तजे से वापस लेकर सद्भावना पुल लकर उतार दिया। यह नजारा देखने वालों ने इसका जिम्मेदार नौका संचालन करने वाले को कम जिला प्रशासन को अधिक माना।
इस समय गोमती नदी का जल स्तर बढ़ा हुआ है ऐसे में नन्हे मुन्ने बच्चो के साथ नौका विहार करना रिस्क है उसके बाद भी लोग अपने बच्चो की जान परवाह किये बिना ही अपना शौक पूरा कर रहे है।
ऐसे में जरूरत है कि पर्यटन विभाग नौका संचालन करने वाले पर लगाम लगाएं तथा वहा पर गाइड लाइन वाला एक बोर्ड अवश्य लगाए जिससे लोग इस तरह का जोखिम न उठाये।