निकले थे बहन की विदाई को, गले से लिपटा मिला शव, लोगों की आँखे हुई नम
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मिर्जापुर। वाराणसी जनपद के अर्जुनपुर में वृंदा कन्नौजिया के घर चार बेटियों के बाद पैदा हुए 10 वर्षीय करण और 12 वर्षीय रोशन अपनी सबसे छोटी बहन की विदाई कराने निकले थे, वह उसके लिए टीवी भी ले जा रहे थे। रास्ते में वह अपनी बहन के ससुराल के नजदीक पहुंचे थे। इसी दौरान गाड़ी पानी में चली गयीं जब एनडीआरएफ की टीम ने पानी से सूमो को निकाला तो दोनों भाई एक दूसरे से लिपटे हुए थें दोनों भाइयों का शव देख लगी भीड़ में सभी की आँखे नम हो उठीं
वृंदा ने अपनी बिटिया की विदाई के लिए एक गाड़ी बुक कराया था। उसे लाने के लिए अपने रिस्तेदार के साथ अपने बेटों को भेजा था। उस वक्त उसे कहा मालूम था कि उसके बेटों का रास्ते में मौत इंतजार कर रही है। भटौली पुल पर पहुँचने पहले ही एक बेटे ने सीट बेल्ट बांध लिया था। हादसे के वक्त जब गाड़ी पानी की तरफ बढ़ी तो दोनों भाई एक दूसरे से लिपट गये। उसी हालात में उनका शव पाया गया। परिवार के चिराग और मासूम बच्चों की मौत पर हर किसी की आंखे नम हो गयी।
वृंदा ने अपनी बिटिया की विदाई के लिए एक गाड़ी बुक कराया था। उसे लाने के लिए अपने रिस्तेदार के साथ अपने बेटों को भेजा था। उस वक्त उसे कहा मालूम था कि उसके बेटों का रास्ते में मौत इंतजार कर रही है। भटौली पुल पर पहुँचने पहले ही एक बेटे ने सीट बेल्ट बांध लिया था। हादसे के वक्त जब गाड़ी पानी की तरफ बढ़ी तो दोनों भाई एक दूसरे से लिपट गये। उसी हालात में उनका शव पाया गया। परिवार के चिराग और मासूम बच्चों की मौत पर हर किसी की आंखे नम हो गयी।